नई दिल्ली : आसाराम बापू (Asaram Bapu) की जमानत याचिका पर दुष्कर्म पीड़िता (rape victim) के पिता ने आपत्ति जताते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का रुख किया है. पिता ने आशंका जताई है कि आसाराम की रिहाई से उनकी बेटी और परिवार को जान का खतरा हो सकता है.
याचिकाकर्ता का कहना है कि 'आसाराम बापू प्रभावशाली व्यक्ति है और राजनीतिक रूप से जुड़ा है. देश में उनके लाखों अंधभक्त हैं.'
पीड़िता के पिता ने शीर्ष अदालत को बताया कि आसाराम ने कार्तिक हलदर (Kartik Halder) को सुपारी दी थी जिसने 10 चश्मदीदों पर जानलेवा हमला किया था और उनमें से तीन की मौत हो गई थी. याचिकाकर्ता के मुताबिक, हलदर ने पुलिस के सामने अपना अपराध भी कबूला था, लेकिन यूपी पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की.
याचिका में कहा गया है कि कम से कम 8 ऐसी घटनाएं हैं जिनमें गवाह को मौत के घाट उतार दिया गया. जोधपुर सेशन कोर्ट के न्यायाधीश समेत जांच अधिकारियों को जमानत की मंजूरी देने के लिए धमकी दी गई थी.