नई दिल्ली :कांग्रेस ने कोरोना महामारी के तीसरे लहर के संभावित खतरे और देश में नये वेरिएंट ओमिक्रोन के लगातार बढ़ते मामलों के बीच एक बार फिर मोदी सरकार पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाया है. रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने आंकड़ों के साथ मोदी सरकार के दावों और घोषणाओं को खोखला बताया और कई सवाल किए.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार जिम्मेदारियों से पीठ दिखाकर एक बार फिर अपराधिक लापरवाही कर रही है जिसकी वजह से देशवासियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है.
59.40 करोड़ वैक्सीन की डोज कब लगेगी
सुरजेवाला ने कहा, अभी तक सिर्फ 97 करोड़ 95 लाख वैक्सीन की डोज लगी हैं, 59.40 करोड़ वैक्सीन की डोज कब लगेंगी? सरकार के मुताबिक 18 साल से अधिक की आबादी 94 करोड़ है. 31 दिसंबर तक 94 करोड़ वैक्सीन की दोनों डोज देने की बात थी, इस हिसाब से 188 करोड़ लगनी थी, लेकिन सरकार ने कल बताया कि 141 करोड़ डोज ही लगीं. यानी 36.50 करोड़ लोगों को दूसरी डोज नहीं लगी है.
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95.10 करोड़ वैक्सीन देश के लोगों को कब मिलेगी
उन्होंने सवाल किया, वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों की हर महीने की क्षमता मात्र 16.80 करोड़ वैक्सीन है तो फिर 95.10 करोड़ वैक्सीन देशवासियों को कब तक उपलब्ध होंगे? मोदी सरकार ने संसद में बताया था कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोविशील्ड वैक्सीन के 11 करोड़ डोज का उत्पादन प्रतिमाह कर सकता है. इसी प्रकार भारत बायोटेक 5.80 करोड़ वैक्सीन प्रतिमाह उत्पादन कर सकती है. अगर वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं हैं तो प्रधानमंत्री की घोषणा के बावजूद अगले 149 दिन में भी वैक्सीन कैसे लग पाएंगे?
15 साल से कम आयु के बच्चों के वैक्सीन लगाने की नीति क्यों नहीं
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा, '15 साल से कम के आयु के बच्चों और युवाओं को वैक्सीन लगाने बारे मोदी सरकार की कोई नीति क्यों नहीं? पूरी दुनिया में तीन साल से 18 साल के बीच की आयु के बच्चों और युवाओं को वैक्सीन लगाई जा रही है. फिर मोदी सरकार ने 5 साल से 12 साल और 12 साल से 15 साल की आयु के बच्चों और युवाओं को वैक्सीन न लगाने का निर्णय क्यों किया? क्या यह अपने आप में देश के युवाओं की सेहत और भविष्य के लिए खतरे की घंटी नहीं?'