नई दिल्ली :राज्य सभा की कार्यवाही जारी है. तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा NEET मेडिकल परीक्षा से राज्य को छूट देने वाले विधेयक को वापस करने पर नारेबाजी के बाद कांग्रेस, DMK और TMC ने राज्यसभा से वॉकआउट किया. इसके अलावा एक सवाल के जवाब में आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव (IT minister Ashwini Vaishnaw) ने कहा कि साइबर स्पेस में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया को जवाबदेह बनाना महत्वपूर्ण है.
शुक्रवार को राज्यसभा में बुल्ली बाई एप पर बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी (question on Bulli Bai app in Rajya Sabha) के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा, सोशल मीडिया को जवाबदेह बनाना महत्वपूर्ण है. महिलाओं को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. साइबरस्पेस सहित हर जगह महिलाओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण है.
बता दें कि सुशील मोदी ने बुल्ली बाई एप सहित विभिन्न वेबसाइटों के जरिए सोशल मीडिया पर महिलाओं की नीलामी के संबंध में सवाल पूछा था. वैष्णव ने बताया कि जब भी सरकार साइबर स्पेस के लिए मजबूत कानून लाने की बात करती है और सोशल मीडिया दिशानिर्देशों को मजबूत करने की बात करती है तो उसे विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया (backlash) का सामना करना पड़ता है. उन्होंने विपक्ष के विरोध को अभिव्यक्ति और भाषण की स्वतंत्रता में बाधा डालने का प्रयास करार दिया.
सुशील मोदी के सवाल के अलावा शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी बुल्ली बाई एप के संबंध में आईटी मंत्री को पत्र लिखे हैं. उन्होंने मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की नीलामी का मुद्दा उठाया था, जिसके बाद मुंबई और दिल्ली दोनों जगहों पर पुलिस ने कार्रवाई की थी. बता दें कि बुल्ली बाई एप को जीथब ओपन प्लेटफॉर्म में डाला गया था, जिसने मुस्लिम महिलाओं को उनकी तस्वीरें लगाकर नीलाम किया था.
सदन में शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने उठाया कश्मीरी पंडितों का मुद्दा
बजट सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को, कश्मीरी पंडितों का मामला उठाते हुए शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि कश्मीरी पंडित पिछले 32 सालों से संघर्ष कर रहे हैं और दो दशकों से अपना घर छोड़कर रह रहे हैं. मोदी सरकार ने 2015 में इनके लिए 6 हजार पारगमन आवास, बनाने की घोषणा की थी लेकिन वो काम भी बहुत धीरे चल रहा है.
बजट सत्र से जुड़ी अन्य खबरें-
- constitution preamble amendment : राज्य सभा में प्राइवेट मेंबर बिल, कांग्रेस और टीएमसी का विरोध
- राजद सांसद का सरकार पर तीखा वार, कहा- बौनी समझ के लोग लंबा इतिहास नहीं लिख सकते
- राज्य सभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बीजद सांसद ने कहा- सरकार की कथनी-करनी में फर्क
DMK और TMC ने राज्यसभा से किया वॉकआउट
तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा NEET मेडिकल परीक्षा से राज्य को छूट देने वाले विधेयक को वापस करने पर नारेबाजी के बाद कांग्रेस, DMK और TMC ने राज्य सभा से वॉकआउट किया. बजट सत्र के पांचवें दिन राज्य सभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के सदस्य तिरुचि शिवा ने यह मुद्दा उठाने की कोशिश की लेकिन सभापति ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. नायडू ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में सदस्यों की ओर से जो भी नोटिस दिए गए हैं, उन्होंने उसे अस्वीकार कर दिया है. विपक्ष के कुछ सदस्यों ने नियम 267 के तहत इस मामले को उठाने के लिए नोटिस दिया था.