नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के लिए बजटीय आवंटन और जम्मू-कश्मीर विनियोग विधेयक, 2022 पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आतंकवाद संबंधी घटनाओं में कमी का हवाला देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में निवेश को आकर्षित करने और सामान्य स्थिति की बहाली के लिए प्रयास जारी हैं. उन्होंने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र कर कहा, जम्मू कश्मीर में पात्र आबादी का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 2022 में 38 आतंकियों का सफाया किया गया है, जबकि आतंकवादी संगठनों द्वारा भर्ती में 16 प्रतिशत की कमी आई है.
संसद के बजट सत्र के दौरान राज्य सभा की कार्यवाही के छठे दिन (दूसरे चरण में) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, जम्मू कश्मीर में 2021 के दौरान घुसपैठ की घटनाओं में 33 प्रतिशत कमी आयी, संघर्ष विराम समझौते के उल्लंघन में 90 प्रतिशत और आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में 61 फीसदी की कमी आयी है. वित्त मंत्री के जवाब के बाद उच्च सदन ने जम्मू कश्मीर के बजट और इससे संबंधित अनुदान की अनुपूरक मांगों को ध्वनि मत से लौटा दिया. लोक सभा इन्हें पहले ही पारित कर चुकी है.
वित्त मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में 2021 में 32 विदेशियों समेत 180 आतंकी मारे गए, इनमें 42 शीर्ष कमांडर भी शामिल हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्य सभा में जम्मू-कश्मीर के बजटीय आवंटन और जम्मू-कश्मीर एप्रोप्रिएशन बिल पर चर्चा के जवाब में कहा, जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक विकास की बाधाओं को दूर किया गया, 250 कानून पूरी तरह से निरस्त किए गए, वहीं 137 कानूनों में संशोधन किया गया.
जम्मू कश्मीर के बजट और उससे संबंधित अनुदान की अनुपूरक मांगों (discussion on Budget for Jammu Kashmir) पर राज्य सभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में 890 केंद्रीय कानूनों को लागू किया गया. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जिन्हें पहले वहां कोई अधिकार नहीं थे, अब वे सरकारी नौकरी पा सकते हैं और भूमि खरीद सकते हैं.