अजमेर से सचिन पायलट की पद यात्रा की शुरुआत अजमेर. राजस्थान के मौसम की तरह सियासी पारा भी गुरुवार को गरमाया हुआ है. पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गुरुवार को अजमेर से जन संघर्ष पदयात्रा की शुरुआत की है. इससे पहले पायलट ने भ्रष्टाचार और पेपर लीक प्रकरणों को मुद्दा बनाकर जनसभा की. बातचीत में पायलट ने कहा कि यह यात्रा किसी व्यक्ति नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और पेपर लीक के खिलाफ है. इस यात्रा का मकसद है कि प्रदेश में बेहतर सिस्टम कायम हो और शिक्षा के ढांचे में जो कमियां हैं वह दूर हों.
इस दौरान सचिन पायलट ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाए और उन आरोपों को जनता ने स्वीकार किया. इसका नतीजा यह हुआ कि कर्नाटक में कांग्रेस के पक्ष में मतदान हुआ है. राजस्थान में भी जब हम विपक्ष में थे तब भी हमने लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई, तमाम कांग्रेस के नेताओं ने बढ़-चढ़कर बोला.
पढ़ें. क्या कांग्रेस और पायलट के रास्ते होंगे जुदा, अगले 5 दिन पायलट की राजनीति के लिए अहम, रंधावा पर सबकी निगाहें
उन्होंने आगे कहा कि इसका फायदा ये हुआ कि जनता ने कांग्रेस पर यकीन किया और उन्हें वोट दिया. प्रदेश में उससे पहले कांग्रेस की मात्र 20 से 21 सीटें ही थीं, जिसमें इजाफा हुआ और कांग्रेस बहुमत में आई. चुनाव में 100 से ज्यादा सीटें जीतकर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी. उन्होंने कहा कि साढ़े चार वर्ष बीतने के बाद भी हम कार्रवाई नहीं कर पाए, जिसका वादा हमने किया था. मैं चाहता हूं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई हो ताकि हमने जो जनता से कहा, वह हम करके दिखा सकें.
यह जनता के बीच जाने की यात्रा :बातचीत में सचिन पायलट ने कहा कि आरपीएससी अजमेर से जन संघर्ष यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं. यह जनता के बीच जाने की यात्रा है, जनता के समक्ष उनकी बात सुनने और कहने की यात्रा है. उन्होंने बताया कि लगभग 100 से 125 किलोमीटर की यात्रा की शुरुआत आज यानी गुरुवार से अजमेर से हुई है. पायलट ने कहा कि युवा लंबे समय से प्रतियोगी परीक्षा के लिए मेहनत और तैयारी करता है और पेपर लीक हो जाते हैं. कई पेपर स्थगित भी हुए, ये युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. पायलट ने कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि लोगों में कानून व्यवस्था में विश्वास बना रहे.
पायलट ने कहा कि पेपर लीक प्रकरण में छोटे-मोटे अधिकारियों को पकड़ा गया है, लेकिन यह सिलसिला यहीं समाप्त नहीं होगा. इसमें और भी प्रभावी तरीके से कार्रवाई करने की जरूरत है, ताकि जो सरगना है वह भी पकड़े जाएं. पेपर लीक मामले में पहले कहा गया था कि इसमें कोई अधिकारी लिप्त नहीं है, बाद में आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया गया. पेपर लीक के तार कहां-कहां जुड़े हुए हैं इसमें गहरी तफ्तीश करने की जरूरत है.
पढे़ं. Sachin Pilot Foot March : सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया का हमला, कहा- साढ़े 4 साल से कहां थे ?
भ्रष्टाचार और पेपर लीक के खिलाफ है यात्रा :सचिन पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार ऐसी दिक्कत है जो पूरे देश, समाज और प्रदेश में व्यापक रूप से फैल चुकी है. भ्रष्टाचार के खिलाफ हम सबको मिलकर मुकाबला करने की जरूरत है, इसलिए जन संघर्ष पद यात्रा का आगाज हमने आज किया है. अजमेर से लगातार हम पैदल चलेंगे और जयपुर तक जाएंगे. यह यात्रा किसी के विरोध या खिलाफ में नहीं है, यह भ्रष्टाचार और पेपर लीक के खिलाफ है. इसमें सभी धर्म, जाति, समाज के लोग सहयोग देंगे, जो बेहतर भविष्य की कल्पना करते हैं और राजस्थान को बेहतर बनाना चाहते हैं.
पायलट ने कहा कि जनप्रतिनिधि को हमेशा जनता के बीच में जाना चाहिए. उनकी दिक्कत-परेशानी को सुनना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरी हमेशा से कोशिश रही है कि अपने राजनीतिक जीवन में लोगों से संपर्क बनाए रखूं. उन्होंने कहा कि अजमेर शिक्षा का केंद्र रहा है. यहां आरपीएससी और राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड है. मुझे उम्मीद है कि पज यात्रा यहां से निकलेगी तो इसमें और भी लोग जुड़ेंगे. पायलट ने कहा कि इस यात्रा का मकसद बेहतर व्यवस्था कायम करना है.
पढ़ें. सचिन पायलट के सवाल से बचते दिखे जितेंद्र सिंह, कहा उनके मन में क्या है वो कैसे बता सकते हैं
जनप्रतिनिधि के लिए जनता सबसे बड़ी ताकत : पायलट ने कहा कि जनप्रतिनिधि के लिए उसकी जनता सबसे बड़ी ताकत होती है. इस यात्रा के साथ लोगों के जज्बातों, सोच और परिकल्पना के साथ खुद को जोड़ने की कोशिश की जा रही है. कोई कुछ भी कहे हमें जनता का साथ देना है. इस भीषण गर्मी में जन संघर्ष पद यात्रा का संकल्प लिया है तो लोगों के विश्वास पर लिया है. पायलट ने कहा कि युवा जो हमसे उम्मीद करते हैं, उनकी उम्मीदों पर खड़े उतरना है. जो नेता जनता की आवाज बना है, उसको लोगों ने पसंद किया है.
पायलट को सीआरपीएफ के घेरे में ले गए : सचिन पायलट गुरुवार को ट्रेन से 11:50 पर अजमेर पहुंचे. ट्रेन से उतरते ही पायलट को समर्थकों ने घेर लिया. पायलट का गर्मजोशी के साथ समर्थकों ने स्वागत किया. इस दौरान काफी धक्का-मुक्की भी हुई. इसके बाद पायलट को सीआरपीएफ की सुरक्षा घेरे में ले जाया गया. पायलट को y+ कैटेगरी की सुरक्षा मिलेगी. पायलट 12:15 बजे अजमेर रेलवे स्टेशन से सीआरपीएफ की सुरक्षा में आरपीएससी कार्यालय के बाहर से होते हुए जयपुर रोड स्थित अशोक उद्यान के समीप जनसभा स्थल पर पहुंचे. इस दौरान सीआरपीएफ के हथियारबंद जवान भी उनके साथ सुरक्षा में तैनात रहे. पायलट ने रेलवे स्टेशन पर ही प्रतीक्षा कक्ष में मीडिया कर्मियों से बातचीत की. इसके बाद वह आरपीएससी कार्यालय के बाहर से होते हुए जयपुर रोड स्थित अशोक उद्यान के समीप सभा स्थल पहुंचे. रेलवे स्टेशन पर पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, निवर्तमान शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन, पीसीसी सदस्य हेमंत भाटी समेत कई स्थानीय नेताओं ने पायलट का स्वागत किया.