उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में होने वाले तीन दिवसीय चिंतन शिविर (Congress Chintan Shivir) को लेकर तैयारियां अब परवान चढ़ने लगी हैं. ऐसे में इन तैयारियों को अंतिम रूप देने और चिंतन शिविर के लिए स्थान का चयन करने के लिए कांग्रेस के सीनियर लीडर आज उदयपुर के दौरे पर हैं. इसी क्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बुधवार को विशेष विमान से उदयपुर पहुंचे. एयरपोर्ट पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा (CM Gehlot on Jodhpur Violence) कि हिंसा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. चाहे वो किसी भी धर्म मजहब या राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ हो. जोधपुर का इतिहास प्रेम और भाईचारे का रहा है, सदियों से यहां भाईचारा कायम रहा है और मुझे उम्मीद है कि लोग फिर से वही व्यवहार करेंगे. किसी गलतफहमी की वजह से जो घटना घटी है वह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन जोधपुर वासियों का अपने पुरानी परंपरा फिर से कायम करनी होगी.
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भाजपा कांग्रेस पार्टी को बदनाम कर रही: गहलोत ने एक बार फिर भाजपा पर जमकर निशाना (Ashok Gehlot targets bjp) साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा इन दिनों घबराई हुई है और इसी के कारण राजस्थान में हिंसा लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान के दौरे पर आए थे तब मैंने कहा था कि प्रदेश में आग लगाने के लिए ये लोग आ रहे हैं. इसके तुरंत बाद करौली मैं हिंसात्मक घटना देखने को मिली. उन्होंने कहा कि जानबूझकर इस पूरी घटना को लेकर कांग्रेस पार्टी पर ठीकरा फोड़ने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस पार्टी को बदनाम कर रही है.
उन्होंने जोधपुर में हुए हिंसात्मक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह का मामला सामने आया दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन समय रहते प्रदेश की सरकार ने इन्हें नियंत्रण करने का काम किया. अगर सरकार इसे नियंत्रण में नहीं करती तो अन्य राज्यों की तरह जैसे मध्य प्रदेशस यूपी, गुजरात में हिंदू मुस्लिम के दंगे हुए वैसी स्थिति होती. उन्होंने कहा कि करौली में हुए घटना के बाद रामनवमी का बड़ा पर्व गया लेकिन कोई भी घटना सामने नहीं आई. इस दिन प्रदेश के साथ अन्य राज्यों में बड़ी हिंसात्मक घटना देखने को मिली. ऐसे में केंद्र सरकार कार्रवाई करने के बजाय गरीबों के घर पर बुलडोजर चलाने के लिए काम करवा रही है.
भाजपा नेताओं को शांति पसंद नहीं: राजस्थान में हुई घटनाओं के बाद शांति का माहौल था, लेकिन स्थानीय भाजपा नेताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रदेश सरकार को बदनाम करें. इन लोगों को शांति पसंद नहीं आ रही है क्योंकि जोधपुर में घटना के बाद इनके केंद्रीय नेता और भाजपा नेता धरना प्रदर्शन करने की धमकी दे रहे हैं. जब इन लोगों को जनता के बीच में शांति का संदेश देना चाहिए उस दौरान यह भड़काने की भाषा बोल रहे हैं.
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जनता देगी करारा जवाब: गहलोत ने कहा कि ऐसी सूचना मिली है कि भाजपा अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक जयपुर में करेगी, ऐसे में समझ सकते हैं कि राजस्थान को लेकर भाजपा कितनी घबराई हुई है. ऐसे में पूरी पार्टी का काम राजस्थान की सरकार को बदनाम करना और षड्यंत्र रचने के लिए योजना बना रही है. लेकिन इनके षड्यंत्रों को राजस्थान की जनता और सरकार कामयाब नहीं होने देगी. मुख्यमंत्री ने केंद्र की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, देश में जिस तरह से लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, ऐसे में इनके ओर से किए जा रहे कामों को पूरा देश भलीभांति देख और समझ रहा है. समय आने पर जनता इन्हें करारा जवाब देगी.