चंडीगढ़ :पंजाब में 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. वहीं पंजाब के ट्रांसपोर्ट मंत्री ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग 40 प्राइवेट बसों को बंद करवा दिया है. ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वडिंग पंजाब के गिदड़बाहा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. मंत्री पद संभालने के बाद राजा वडिंग ने बस स्टैंड की सफाई की और उसके बाद सरकारी बस चालकों के निवेदन पर बस स्टैंड से चलने वाली करीब 40 प्राइवेट बसों को बंद करवा दिया.
क्या है पूरा मामला
निजी बसों के बंद किए जाने के फैसले पर राजनीतिक गलियारे में बहस छिड़ गई है. ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वडिंग पहले से ही पंजाब में चलने वाली बादलों की बसों को लेकर बयानबाजी करते आए हैं और उन्होंने कहा था कि मंत्री पद संभालने के बाद वह ट्रांसपोर्ट माफिया का ख़ात्मा करेंगे. जबकि विरोधी दलों के नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ चुनावी स्टंट है इसके अलावा और कुछ भी नहीं है. यहां तक कि प्राइवेट बस के ऑपरेटरों ने कहा कि अगर कार्यवाही करनी है तो बड़े माफिया पर करें.
पंजाब के ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की ओर से लुधियाना में 40 निजी बसों को बंद करने के बाद विरोधी पार्टियों में हलचल तेज हो गई है. अकाली दल के लुधियाना से जिलाध्यक्ष गुरदीप सिंह गोशा ने कहा कि ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वडिंग राजा का यह सब चुनावी स्टंट हैं.
गुरदीप सिंह गोशा ने कहा कि उन्होंने अपने क्षेत्र के बस स्टैड पर सफाई का अभियान क्यों नहीं शुरू किया, बसों को लेकर उन्होंने कहा कि राजा वडिंग ने उन बसों के ख़िलाफ़ कार्रवाई कर दी जिनके पास कागजात पूरे थे और उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण पहले ही लोगों का काम नहीं चल रहा है. बसों के मालिकों पर इस तरह से कार्रवाई करने से कांग्रेस सरकार को क्या मिलेगा.
विपक्षी दल ने कहा इससे प्रदेश में बेरोजगारी और क्राइम और बढ़ेगा, जबकि दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता मीत हेयर ने कहा कि अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की बसों के ख़िलाफ़ इस बयानबाजी से यह जाहिर हो गया है कि पंजाब में पिछले साढ़े 4 साल से कांग्रेस के राज में भी ट्रांसपोर्ट माफिया चरम पर था और ऐसे में इतने सालों में इन ट्रांसपोर्ट माफिया पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई, इसका जवाब भी राजा वडिंग को देना चाहिए.
निजी बसों चालकों ने दी दलीले