गोरखपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को गोरखपुर पहुंचे. इस दौरान वह गीता प्रेस के शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे. फिर गोरखनाथ मंदिर में दर्शन और पूजन के लिए जाएंगे. इसके बाद शनिवार की शाम पर्यटन और आधुनिकता के बड़े केंद्र रामगढ़ ताल पर साउंड एंड लाइट शो का आनंद उठाएंगे. राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं.
गीता प्रेस प्रबंधन के लिए यह मौका बेहद खास और गौरवशाली है, क्योंकि उनके यहां देश के राष्ट्रपति का आगमन हो रहा है. करीब 67 वर्षों बाद गीता प्रेस प्रबंधन को यह दूसरा अवसर मिला है, जब भारत के महामहीम गीता प्रेस पहुंच रहे हैं. 67 साल पहले भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद यहां पहुंचे थे और धार्मिक पुस्तकों की छपाई के इस बड़े केंद्र का गुणगान किए थे.
गीता प्रेस गोरखपुर की एक ऐसी धरोहर और पहचान है, जिसकी वजह से दुनिया में गोरखपुर जाना जाता है. धार्मिक पुस्तकों की छपाई का यह सबसे बड़ा केंद्र है, जहां न सिर्फ रामचरितमानस, भगवत गीता की ही छपाई होती है, बल्कि छोटी-बड़ी सभी धार्मिक पुस्तकें यहां छापी जाती हैं. यही नहीं हिंदी के अलावा देश के कई भाषाओं में इसका प्रकाशन होता है. इसके पाठकों की संख्या भी एक-दो हजार नहीं बल्कि लाखों में है. पोस्टल सेवा के माध्यम से भी किताबें देश दुनिया के कोने में भेजी जाती हैं. नेपाल के काठमांडू में भी इसका बड़ा केंद्र है.गीता प्रेस प्रबंधन महामहिम के स्वागत और शताब्दी समारोह में उनके आगमन पर यहां के ट्रस्टी देवीदयाल अग्रवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि उनके लिए और गोरखपुर वासियों के लिए बड़ा ही अद्भुत क्षण है. देश के राष्ट्रपति परिसर में करीब डेढ़ घंटे बिताएंगे. इस दौरान वो रामचरितमानस, भगवत गीता का वो विमोचन करेंगे. इसके बाद गोरखपुर की जनता को संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सांसद रविकिशन शुक्ला ने भी बेहद खुशी जाहिर की है.