अगरतला :त्रिपुरा में मुख्य विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कम से कम आठ पार्टी कार्यालयों को या तो जला दिया गया या क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जबकि अगरतला और राज्य के तीन अन्य जिलों में बुधवार को कई वाहनों और अन्य संपत्तियों को तोड़ दिया गया. बुधवार को हुई हिंसा से अगरतला शहर के लोगों में दहशत फैल गई. शहरवासियों ने लंबे समय के बाद ऐसी हिंसा देखी.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को वाम दलों की हिंसक राजनीति के खिलाफ रैली निकाली थी. इस दौरान भाजपा समर्थकों द्वारा कथित तौर पर कुछ वाहनों को आग लगा दी गई. माकपा नेताओं ने आरोप लगाया कि जैसे ही भाजपा की रैली मेलारमठ पहुंची, भाजपा समर्थकों का एक समूह पार्टी मुख्यालय में घुस गया और तोड़फोड़ की. कई वाहनों और मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया.
उन्होंने बताया कि भाजपा समर्थकों की भीड़ ने एक स्थानीय मीडिया हाउस के दफ्तर में भी घुसकर तोड़फोड़ की. हालांकि, भाजपा नेताओं ने इन आरोपों का खंडन किया है.
माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने कहा कि अगरतला में पार्टी कार्यालयों पर हमलों के लिए भाजपा नेताओं के नेतृत्व में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं. सरकार ने कहा कि त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में माकपा के पार्टी कार्यालयों में आगजनी और अभूतपूर्व हमलों के दौरान उन्होंने मुख्य सचिव कुमार आलोक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की और उनसे इस पूर्व नियोजित राजनीतिक हिंसा को रोकने का अनुरोध किया.