वाराणसी :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को वाराणसी पहुंचे. उन्होंने 1200 करोड़ रुपए की लागत की 16 अटल आवासीय योजना की सौगात दी. इसके अलावा 450 करोड़ रुपए की लागत वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास भी किया. महिला आरक्षण बिल पर पीएम ने पांच महिलाओं से बातचीत भी की. पीएम ने संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में 5000 महिलाओं को भी संबोधित किया. स्टेडियम के शिलान्यास के दौरान पीएम मोदी के साथ सचिन तेंदुलकर, मदनलाल, सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, रोजर बिन्नी समेत कई बड़े दिग्गज खिलाड़ी मौजूद रहे. इसके अलावा बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और सचिव जय शाह भी उपस्थित रहे.
स्टेडियम यूपी-बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि :पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत हर-हर महादेव से की. कहा कि आज मैं यहां तब आया हूं जब चंद्रमा के शिव शक्ति प्वाइंट पर पहुंच जाने का एक माह पूरा हो चुका है. एक शिव शक्ति का स्थान चंद्रमा पर है, दूसरा मेरी काशी में है. आज मैं शिव शक्ति के उस स्थान पर भारत की विजय की फिर बधाई देता हूं, यह स्थान माता विंध्यवासिनी और काशी को जोड़ने का एक स्थान है. यहां कुछ दूरी पर राजनारायण का गांव मोतीकोट है. मैं सिर झुकाकर उन्हें प्रणाम करता हूं. इस स्टेडियम की आधारशिला रखना यूपी-बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि होगी. 30 हजार से ज्यादा लोग एक साथ मैच देख पाएंगे.
स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी आएगी :पीएम मोदी ने कहा कि जब से स्टेडियम की तस्वीर आई है, तब से हर काशीवासी गदगद है. यहां एक से बढ़कर एक मैच होंगे. इसका लाभ मेरी काशी को होगा. क्रिकेट के जरिए दुनिया भारत से जुड़ रही है. नए-नए देश क्रिकेट खेल रहे हैं. अब ज्यादा क्रिकेट मैच होंगे. बनारस का ये स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा. पूर्वांचल का सितारा होगा यूपी का यह पहला स्टेडियम. बीसीसीआई सहयोग करेगी. मैं बीसीसीआई का धन्यवाद देता हूं. जब बड़े आयोजन होंगे तो होटल, ऑटो रिक्शा, नाववालों के दो-दो हाथ में लड्डू होता है. स्पोर्ट्स से जुड़ी पढ़ाई और कोर्स शुरू होंगे. स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी बनारस में आएगी. पहले मां-बाप कहते थे कि खेलोगे क्या हुड़दंग करोगे क्या, लेकिन अब सोच बदली है. बच्चे बदले हैं, मां-बाप की भी सोच बदली है, अब जो खेलेगा वही खिलेगा.
खेलों की बढ़ाई जा रहीं सुवधाएं :पीएम ने कहा कि सांसद होने के नाते मैं यहां हर कार्य का साक्षी हूं. काशी के युवा स्पोर्ट्स में अपना नाम कमाए. मेरा यही सपना है, इसी सोच के साथ स्टेडियम में 50 से अधिक खेलों की जरूरी सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है. यह देश का पहला मल्टीपर्पस स्टेडियम होगा. यह दिव्यांगों के लिए होगा, नया निर्माण हो रहा है. पुरानी व्यवस्था भी बेहतर हो रही है. ये सब देश को बदली सोच का नतीजा है. केंद्रीय खेल बजट 3 गुना बढ़ा है. खेलो इंडिया में 70 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. खेलो इंडिया के तहत स्कूल से यूनिवर्सिटी लेवल की प्रतियोगिता हुई है. सरकार हर सम्भव मदद कर रही है. देश के शीर्ष खिलाड़ी अच्छी सुविधा पा रहे हैं. इस वजह से खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. एशियन गेम्स में हिस्सा लेने गए लोगों को बधाई.