नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अत्यधिक तीव्र गति की इंटरनेट सुविधा देने वाली 5जी सेवा की शनिवार को शुरुआत की. देश के कुछ चुनिंदा शहरों में 5जी इंटरनेट सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर 'इंडियन मोबाइल कांग्रेस' 2022 (आईएमसी) में आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव, रिलायंस जियो की ओर से मुकेश अंबानी, एयरटेल के सुनिल मित्तल और वोडाफोन के कुमार मंगलम बिड़ला भी उपस्थित रहे.
देश की दूसरी बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु एवं वाराणसी समेत आठ शहरों में 5जी सेवाओं की पेशकश करनी शुरू कर दी है. वहीं देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो दीपावली तक चार मेट्रो शहरों में 5जी सेवा शुरू करेगी जबकि वोडाफोन आइडिया ने इसकी शुरुआत की अभी कोई समयसीमा नहीं दी है.
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश दूरसंचार की 2जी, 3जी एवं 4जी प्रौद्योगिकी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था लेकिन 5जी सेवा के मामले में देश ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने कहा, '5जी एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है और इससे बेशुमार अवसर पैदा होने की संभावना है.' प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का 'डिजिटल इंडिया' का संकल्प चार स्तंभों- उपकरण की लागत, डिजिटल कनेक्टिविटी, डेटा लागत एवं डिजिटल-फर्स्ट दृष्टिकोण पर आधारित था. उन्होंने कहा कि इस नजरिये की ही वजह से आज देश में मोबाइल फोन बनाने वाले संयंत्रों की संख्या 200 से अधिक हो चुकी है जबकि वर्ष 2014 में सिर्फ दो संयंत्र थे.
उन्होंने भारत में डेटा शुल्क को दुनिया भर में सबसे कम बताते हुए कहा कि वर्ष 2014 में एक जीबी डेटा के लिए 300 रुपये खर्च करने पड़ते थे लेकिन अब उसी डेटा का शुल्क 10 रुपये तक आ चुका है. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति औसतन 14 जीबी डेटा की मासिक खपत करता है जिस पर उसकी लागत 125-150 रुपये तक आती है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब करोड़ों रुपये मूल्य के मोबाइल फोन का निर्यात भी कर रहा है जबकि पहले उसे आयात करना पड़ता था. इसके साथ ही उन्होंने डिजिटल भुगतान में आई तेजी का भी उल्लेख किया.
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी अब सही मायने में विकेंद्रित हो चुकी है. उन्होंने पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा सरकार के सही मंशा से उठाए गए कदमों की वजह से ही ऐसा संभव हो पाया. प्रधानमंत्री ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन को लेकर हुए विवाद की तरफ इशारा करते हुए कहा, 2जी की नीयत और 5जी की नीयत में यही फर्क है.
इस मौके पर केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5G सेवाओं से कई क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग में मूलभूत परिवर्तन आएगा और नई संभावना पैदा होंगी. डिजिटल क्षमताएं को बीच में रखकर उसके चारों तरफ नई सेवाएं बनेंगी.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि हमने जो दिखाया है उस पर बहुत गर्व है. सीओएआई (सेलुलर ऑपरेटर्स असन ऑफ इंडिया) और डीओटी (दूरसंचार विभाग) को मैं आश्वस्त करना चाहुंगा कि हम नेतृत्व लेने के लिए तैयार हैं. भारतीय मोबाइल कांग्रेस को अब एशियन मोबाइल कांग्रेस और ग्लोबल मोबाइल कांग्रेस बनेगा. उन्होंने सबका डिजीटल साथ और सबका डिजीटल विकास का नारा दिया. उन्होंने कहा कि 5G कनेक्टिविटी तकनीक की अगली पीढ़ी है. उन्होंने कहा कि मेरे विचार से, यह मूलभूत तकनीक है जो 21वीं सदी की अन्य तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स की पूरी क्षमता के साथ इस्तेमाल करने की ताकत देती है.