नई दिल्ली:संसद पुस्तकालय भवन में बीजेपी संसदीय दल की बैठक संपन्न हो गई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैठक में संसद में सुरक्षा चूक पर प्रधानमंत्री ने कहा हम देश को बनाने की सोच रहे हैं लेकिन विपक्ष इसे तोड़ने में लगा है. साथ ही उन्होंने विपक्षी नेताओं के व्यवहार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि विपक्ष की आलोचना का जवाब मर्यादा में दें. विपक्ष का व्यवहार दुखी करने वाला है.
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को संसद में विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि उनका यही आचरण रहा तो 2024 के लोकसभा चुनावों में उनकी संख्या और कम हो जाएगी जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को फायदा होगा.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं को बताया कि भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने संसद की सुरक्षा में सेंध को उचित ठहराने के ‘प्रयासों’ पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह उतना ही चिंताजनक है जितना की सुरक्षा में सेंध का मुद्दा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक को बेरोजगारी और महंगाई से जोड़ा था.
संसद में कार्यवाही के दौरान तेरह दिसंबर की दोपहर दो व्यक्ति पीला धुआं छोड़ने वाले ‘कैन’ के साथ दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष के अंदर कूद गए. शून्यकाल के दौरान सदन में मौजूद सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि जो कुछ हुआ उसकी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को सामूहिक रूप से निंदा करनी चाहिए थी.
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद के अनुसार, मोदी ने कहा, 'लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाली पार्टी खुले तौर पर या गुप्त रूप से इसे कैसे सही ठहरा सकती है.' प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल हालिया विधानसभा चुनावों में अपनी हार से हताश और निराश हैं और इसलिए संसद की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा सदस्यों से गरिमा बनाए रखने और लोकतांत्रिक आचरण करने का आह्वान किया.
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के खिलाफ रणनीति तैयार करने के वास्ते मंगलवार को हो रही विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की बैठक के मद्देनजर मोदी ने कहा कि उनका (विपक्ष का) लक्ष्य उनकी सरकार को उखाड़ फेंकना है, लेकिन उनकी सरकार का लक्ष्य देश का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करना है. उन्होंने भाजपा सांसदों को संसद सत्र के बाद सीमावर्ती गांवों का दौरा करने की भी सलाह दी.