मैसूर : कोरोना वायरस से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. एक तरफ ऑक्सीजन संकट अभी भी बरकरार है, तो दूसरी तरफ लोगों को कोरोना का टीका लगाए जाने का सिलसिला जारी है. हाल ही में 18 साल से ऊपर के वर्ग को भी वैक्सीनेट करने का आदेश जारी हुआ था. इसके बाद से नौजवान भी वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर रहे हैं. इधर, कर्नाटक के मैसूर से कोरोना वैक्सीनेशन पर लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. एक शख्स की शिकायत है कि उसे एक निजी अस्पताल से वैक्सीनेट सफल होने का मैसेज मिला है. जबकि शख्स का कहना है कि उसने अभी तक कोई वैक्सीनेशन नहीं कराया है.
यह है पूरा मामला
मैसूर के रहने वाले मधुसूदन ने बीती 28 अप्रैल को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया था. जब वह नजदीकी निजी अस्पताल में कोरोना का टीका लगवाने पहुंचा, तो अस्पताल ने वैक्सीन उपलब्ध ना होने पर उसे दोपहर में आने को कहा. जब मधुसूदन दोपहर में दोबारा अस्पताल पहुंचा, तो वह भीढ़ देखकर वापस घर चला गया. जब वह घर पहुंचा, तो उसके मोबाइल पर मैसेज आया कि आपकी वैक्सीनेशन प्रकिया सफल हुई.
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अस्पताल द्वारा भेजे गए मैसेज को पढ़कर मधुसूदन अचंभित हुआ और वह तुरंत अस्पताल में इसकी जानकारी लेने पहुंचा. मधुसूदन ने अस्पताल प्रशासन से कहा कि उन्हें अभी तक कोरोना का कोई टीका नहीं लगाया गया है, बावजूद इसके उन्हें मोबाइल पर वैक्सीनेशन सफल होने का मैसेज मिला है. मधुसूदन ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.