नई दिल्ली :जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के चार साल पूरे होने पर कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य तारिक हमीद कर्रा ने सरकार के विकास के दावों को 'कॉस्मेटिक प्रोजेक्शन' बताया. उन्होंने कहा कि कश्मीरियों को राहुल गांधी से बहुत उम्मीदें हैं. पढ़ें पूरा इंटरव्यू.
सवाल : आप अगस्त 2019 से अब तक परिवर्तन को कैसे देखते हैं? क्या कोई अच्छा परिवर्तन हुआ है?
जवाब : हां, परिवर्तन हुआ है. लोग पहले सोचते थे कि उन्हें संवैधानिक गारंटी दी गई है जिससे वे सशक्त हुए हैं लेकिन अनुच्छेद 370 हटने के बाद क्षेत्र का माहौल काफी बदल गया है. लोग नाखुश हैं, उन्हें जबरदस्ती चुप करा दिया गया है और अलग-थलग कर दिया गया है. चार वर्षों में परिवर्तन तो हुए हैं लेकिन वे खराब अर्थों में हुए हैं. लोग अब हतोत्साहित और अपमानित महसूस कर रहे हैं.
सवाल : सरकार और एलजी हाउस का दावा है कि जम्मू कश्मीर में नोटबंदी के बाद जबरदस्त विकास हुआ है और यह क्षेत्र विकास संकेतकों में शीर्ष स्थानों में गिना जाता है? आप इस बात से सहमत है?
जवाब : जो कोई भी कश्मीर को जानता है वह जानता है कि यह पहली बार नहीं है कि इस क्षेत्र में कोई ग्रोथ या डेवलपमेंट हुआ है. विकास एक सतत प्रक्रिया है और यह दावा करना कि 2019 के बाद विकास हुआ और इसका श्रेय उन्हें (भाजपा को) देना, झूठ है. पहले भी विकास हुआ था, लेकिन यहां सवाल यह है कि आप सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपने नागरिकों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं? क्या वहां आज़ादी है?
अगस्त 2019 से पूरी तरह से आइसोलेशन है. सरकार के पास राजनीतिक या सामाजिक-आर्थिक मामलों में कहने के लिए कुछ नहीं है. इसलिए वे इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं. सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए रोज इस तरह का दिखावा करती है.
सवाल : आपके अनुसार, 1947 के बाद जम्मू कश्मीर के इतिहास का सबसे अशांत चरण कौन सा था?
जवाब : ये हम यहां पिछले तीन दशकों से देख रहे हैं. यह दावा करना कि सब कुछ सामान्य है, सरासर झूठ है. यह महज एक कॉस्मेटिक प्रोजेक्शन है.
सवाल: दावा किया जा रहा है कि निरस्तीकरण के बाद कश्मीरी युवाओं का दिमाग बदल गया है? आप इस बात से सहमत है?