झालावाड़ (राजस्थान) : कोरोना काल में झालावड़ से लापरवाही की हैरान कर देने वाला मामले सामने आया है. जहां एक तड़पते मरीज को देख कर भी जिम्मेदारों का दिल नहीं पसीजा. आखिरकार मरीज के बेटे ने खुद ही अस्पताल कर्मचारियों का काम किया, तब जाकर मरीज की जान बच सकी.
दरअसल, सरवर निवासी गोविंद मेघवाल ने बताया कि उसके पिता रतनलाल को चार दिन पहले बुखार व सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां पर आज अचानक से सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म हो गई. ऐसे में उनके पिता तड़पने लगे. इस दौरान उनकी माता ने उन्हें ऑक्सीजन देने की भी कोशिश की, लेकिन उनके पिता काफी देर तक तड़पते रहे. इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रशासन से कई बार सिलेंडर बदलने की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की.