कोलकाता :पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) से प्रवर्तन निदेशालय (ED) लगातार पूछताछ कर रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक,पार्थ चटर्जी के घर हर महीने सिर्फ 2.5 लाख रुपये के फल आते थे. यानी हर रोज पार्थ के घर करीब 8 हजार रुपये सिर्फ फलों पर खर्च होते थे. हालांकि ईडी के अधिकारी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि कोई व्यक्ति 2.5 लाख रुपये महीने के फल कैसे खा सकता है. वे अब इस बारे में एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों से बात करेंगे, जहां उन्हें स्कूल सेवा आयोग (SSC) शिक्षक भर्ती में भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद चिकित्सा के लिए ले जाया गया था.
ईडी की हिरासत में पार्थ चटर्जी का शारीरिक जांच एम्स भुवनेश्वर में की गई थी. इस पर डॉक्टरों द्वारा बताया गया था कि टीएमसी नेता लंबे समय से टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित हैं. इस बीच, इस जानकारी ने ईडी के अफसरों के मन में संदेह पैदा कर दिया है. उनका सवाल है कि क्या इस प्रकार के मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति 2.5 लाख रुपये महीने के फल खा सकता है? गौरतलब है कि ईडी के अधिकारी पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के दौरान करीब 27 घंटे तक उनके घर पर मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने कई दस्तावेजों के अलावा पार्थ के घर से भारी मात्रा में फलों के बिल बरामद किए थे.