चंडीगढ़ : कांग्रेस की पंजाब इकाई (Congress Punjab Unit) में चल रही तनातनी के बीच महासचिव और विधायक परगट सिंह (MLA Pargat Singh) ने कहा कि पार्टी के राज्य मामलों के प्रभारी हरीश रावत को यह बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री अमरिदंर सिंह के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कब लिया गया.
रावत ने हाल में कहा था कि पंजाब विधानसभा का चुनाव अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, जिसके बाद उन नेताओं में खलबली मच गई थी, जो सिंह को हटाना चाहते हैं. रावत ने देहरादून में यह बयान दिया था, जब पंजाब के चार मंत्री- तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, सुखजिंदर सिंह रंधावा, और चरणजीत सिंह चन्नी तथा तीन विधायक उनसे मिलने गए थे.
गौरतलब है कि ये सभी नेता अमरिदंर सिंह को हटाना चाहते हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी माने जाने वाले परगट सिंह ने कहा कि रावत की घोषणा का पंजाब के मतदाताओं पर गहरा प्रभाव पड़ा है. राज्य में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (CM Amarinder Singh) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (State Congress President Navjot Singh Sidhu) के बीच गुटबाजी स्पष्ट रूप से नजर आई है.
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