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पाकिस्तान के निशाने पर यूपी पुलिस, अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए बुना हनीट्रैप का जाल

पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) भारत की सैन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए लड़कियों का इस्तेमाल कर रही है. एटीएस के इनपुट के बाद यूपी पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट ने सभी जिलों की पुलिस के लिए अलर्ट जारी किया है.

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Published : Jun 28, 2023, 2:36 PM IST

Updated : Jun 28, 2023, 9:46 PM IST

संवाददाता गगनदीप मिश्रा की खास रिपोर्ट

लखनऊ : पाकिस्तान देश भारत के सभी राज्यों की पुलिस अधिकारी व उनके परिजनों को ब्लैकमेल कर गोपनीय जानकारी जुटा रहा है. इसके लिए वो 'हसीनाओं का इस्तेमाल कर रहा है और फिर सोशल मीडिया के माध्यम से भारत में पुलिसकर्मियों, अधिकारियों और उनके परिजनों को फंसा रहा है. एटीएस के इनपुट के बाद यूपी पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट ने सभी जिलों की पुलिस को पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के नापाक मंसूबों के बारे में चेताया है.

पाक की हनीट्रैप साजिश

यूपी ATS की जांच में सामने आई पाक की नापाक साजिश :पिछले कुछ माह से यूपी एटीएस सोशल मीडिया के कई अकाउंट्स को मॉनीटर कर रही थी. इसी दौरान एजेंसी को पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के नापाक मंसूबों की जानकारी मिली, जिसके तहत पाकिस्तान भारत में सेना व राज्य पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिजनों को निशाना बना रहा है. यूपी एटीएस ने इसकी जानकारी सभी राज्यों की पुलिस को दे दी थी. अब यूपी पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट (अभिसूचना इकाई) ने पत्र लिखकर सभी पुलिस अधिकारियों को चेताया है. इतना ही नहीं पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) कैसे काम कर रही है, कौन-कौन से सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाया जा रहा है, इसकी जानकारी दी है.

पाक की हनीट्रैप साजिश

यूपी पुलिस के अधिकारियों को पाकिस्तान बना रहा हनी ट्रैप का शिकार :यूपी अभिसूचना विभाग ने सभी एडीजी जोन, एसपी, पुलिस कमिश्नर और अन्य पुलिस इकाइयों को पत्र लिखकर बताया है कि, पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) पाकिस्तान में रहते हुए एक बड़ी साजिश रच रहा है. पाकिस्तान भारतीय मोबाइल नंबरों का इस्तमाल कर फर्जी नाम और सुंदर महिलाओं की तस्वीर लगाकर सोशल मीडिया प्लेटफार्मों जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, लिंकेडिन में अकाउंट्स बनाया जा रहा है, जिसके पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव इन सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए राज्य पुलिस व सिक्योरिटी एजेंसियों के अधिकारियों, कर्मचारियों व उनके परिवार के लोगों को ऑडियो या वीडियो कॉल कर हनी ट्रैप में फंसाया जा रहा है.

ब्लैकमेल कर खुफिया जानकारी निकाल रहा ISI :अभिसूचना विभाग ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को बताते हुए लिखा है कि, पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों व उनके परिवार वालों से पहले अश्लील बातें की जा रही हैं और फिर उनकी रिकॉर्डिंग कर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है और देश की सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील व गोपनीय सूचनाएं दस्तावेज निकाले जा रहे हैं. इंटेलिजेंस ने अधिकारियों को बताया है कि, पाकिस्तान इंटेलजेंस ऑपरेटिव स्पाइवेयर लिंक के जरिए इन्फेक्टेड फाइल भेजकर डाटा हैकिंग भी की जा रही है.

कैसे काम करता है पाकिस्तान का पीआईओ :दरअसल, पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव, पाकिस्तान खुफिया एजंसी की ही यूनिट है, जो भारत के खिलाफ इस्तमाल की जाती है. इसके जरिए साइबर अटैक, सोशल मीडिया के द्वारा भारतीयों को फंसाना जैसी साजिशें रची जाती हैं. यूपी एटीएस के मुताबिक, पीआईओ पाकिस्तान में ही रहते हुए, भारतीय मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करते हैं और फिर भारतीय नाम की लड़कियों के नाम और महिलाओं, लड़कियों को सुंदर तश्वीर का इस्तेमाल कर सोशल मीडिया प्लेटफार्मों जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम पर फेक प्रोफाइल तैयार कर भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना, सुरक्षा संगठन से जुड़े प्रतिष्ठानो जैसे DRDO व HAL, स्टेट पुलिस व अन्य संबंधित संगठनों में काम करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों व उनके परिवार वालों को हनी ट्रैप कर या पैसों का लालच देकर या ऑडियो व वीडियो काॅलकर अश्लील बातें करके उनकी रिकार्डिंग करते हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करके उनसे देश की सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील व गोपनीय सूचनाएं, दस्तावेज निकालते हैं.

कैसे पहचानें PIO की फेसबुक आईडी
- प्रोफाइल पर सुंदर लड़की की फ़ोटो लगी होगी.
- PIO की फेसबुक आईडी पर सेना से संबंधित तस्वीर टाइम लाइन, प्रोफाइल पर लगी हो सकती है.
- जब प्रोफाइल अपडेट होगी तो फोटो बदल जाएगी.
- सेना से संबंधित अपनी जानकारी तो देगा, लेकिन अपनी ABOUT में कुछ अपडेट नहीं डालेगा.
- टाइम लाइन पर जो फ़ोटो शेयर की जाती है वह गूगल रिवर्स इमेज चेक करने पर ओपन सोर्स से मौजूद पाई जाती है.
- फेसबुक में किये गए कॉमेंट पर कोई रिप्लाई नहीं देगा.
- कमेंट में संबंधों पर उल्लेख नहीं होगा.
- अधिकांश प्रोफाइल पिक्चर के बैक ग्राउंड में कोई पहचान का चित्र नहीं मिलेगा.
- अधिकतर इनके फ्रेंडलिस्ट में आर्मी व पैरामिलिट्री के लोग ही जुड़े होते हैं.
- कुछ लोग इनके प्रोफाइल में फेक प्रोफाइल जैसे कमेंट करते हैं.
- ये लोग अपने पोस्ट में कभी फैमिली फ़ोटो पोस्ट नहीं करते हैं.
- ये लोग जो पोस्ट करते हैं उसे किसी अन्य को टैग नहीं करते हैं.
Last Updated : Jun 28, 2023, 9:46 PM IST

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