देहरादून : कानून के रखवालों ने कानून की धज्जियां उड़ाईं तो अपनों पर ही बन आई. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद खाकी अपने ही परिसर में हर्ष फायरिंग से बाज नहीं आई. नतीजन, उत्तराखंड पुलिस कृष्ण जन्मोत्सव पर अपनी ही फजीहत करा बैठी.
वीडियो उधमसिंह नगर का बताया जा रहा है. जहां जन्माष्टमी के मौके पर पीएसी के जवान जमकर हर्ष फायरिंग करते हुए दिखाई दे रहे हैं. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय हरकत में आ गया. वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि रुद्रपुर की पीएसी की 31वीं वाहिनी में पुलिसकर्मी किस तरह से अपनी एसएलआर से फायरिंग कर रहे हैं.
हर्ष फायरिंग कर रहे पीएसी के जवान पूरे मामले में उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता अमित कुमार सिन्हा का कहना है कि मामले का जांच कराई जाएगी. किन परिस्थितियों में किन लोगों ने फायरिंग की है. मामले में जो दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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क्या है हर्ष फायरिंग
किसी भी खुशी के मौके पर त्योहार के मौके पर हर्ष फायरिंग आम बात है. भारत में अक्सर शादी समारोह में फायरिंग की जाती है. सिर्फ भारत ही नहीं दूसरे देशों में भी हर्ष फायरिंग में कई लोगों की जान चली जाती है. अमेरिकी विशेषज्ञों के मुताबिक त्योहार जैसे मौकों पर अचानक चली गोली जब किसी को भी लगती है तो इलाज जल्दी नहीं मिल पाने की स्थिति में उनकी मौत हो जाती है. इसके अलावा इस तरह की फायरिंग में कई घरों को भी नुकसान पहुंचता है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की उड़ी धज्जियां
सुप्रीम कोर्ट और अलग-अलग राज्यों में हाईकोर्ट ने हर्ष फायरिंग रोकने के लिए सख्त आदेश जारी किए हैं. यही नहीं कई राज्यों में अलग-अलग समय पर डीजीपी स्तर पर इसे रोकने के लिए सर्कुलर भी जारी किए जाते रहे हैं. बावजूद इसके हर्ष फायरिंग रोकने में पुलिस असफल होती रही है. आदेश तो ये भी है कि एक सप्ताह में आरोपियों के लाइसेंसी असलहे निरस्त कर दिए जाएं, लेकिन तमाम आदेशों और नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं और पुलिस बेबस दिखती है. लेकिन, रुद्रपुर में पुलिसकर्मी खुद ही नियमों की धज्जियां उड़ाते देखे गए हैं.