सुपौल:कोरोना की दूसरी लहरसे राज्य स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई है. जिले में सरकारी कुव्यवस्था से लगातार कोरोना मरीजोंकी मौत हो रही है. जिले के त्रिवेणीगंज स्थित बुनियादी केंद्र में बने कोविड सेंटर से शनिवार को शर्मनाक तस्वीर सामने आयी. जहां एक कोरोना मरीज को जीते जी ऑक्सीजन नसीब नहीं हुई लेकिन मरने के बाद ऑक्सीजन लगा दिया गया.
पढ़ें :रकाबगंज गुरुद्वारा में 400 बेड के कोविड केयर सेंटर को बिग बी ने दिए इतने करोड़ रुपये
मानवीय संवेदना हुई तार-तार
सामने आई इस तस्वीर ने मानवीय संवेदना को झकझोर कर रख दिया है. मृतक के परिजन ने बताया कि मरीज की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसे अनुमंडलीय अस्पताल लाए. जहां से मरीज को बुनयादी केंद्र में बने कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया. जिस समय मरीज को इस कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था, उस समय मरीज का ऑक्सीजन लेवल 65 था. लेकिन जब मरीज को कोविड सेंटर लाया गया तो वहां एक भी डॉक्टर नहीं थे, सिर्फ नर्स मौजूद थी. कुछ देर बाद जब डॉक्टर पहुंचे तो उसकी नाज़ुक स्थिति को देखते हुए उसे तुरंत रेफर कर दिया और रेफर करने के बाद बुनियादी केंद्र के सीढ़ी पर इसे तड़पते छोड़ दिया.