अहमदाबाद : डायमंड और टेक्सटाइल सिटी, सूरत अब अंग दाता शहर भी बनता जा रहा है. दरअसल, धर्मिक काकड़िया नाम के 14 साल के ब्रेन डेड लड़के के परिवार ने उसके दोनों हाथ, दिल, फेफड़े, लीवर दान किए. इससे छह लोगों को नया जीवन मिल गया. यह देश में सबसे कम उम्र के बच्चे का किया गया अंगदान है.
मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद में हाथों, दिल और फेफड़ों को प्रत्यारोपण किया गया, अंगो को समय पर पहुंचाने के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. शहर के एनजीओ डोनेट लाइफ के जरिए एक ही दिन में तीन ग्रीन कॉरिडोर बनाने का भी यह पहला मामला है. आंतों के प्रत्यारोपण को लेकर देशभर में अलर्ट किया गया था, लेकिन बी+वी ब्लड ग्रुप का कोई प्राप्तकर्ता नहीं मिला.
बताया जा रहा है मृतक लड़के को बुधवार को उल्टी हुई और फिर उसे रक्तचाप हो गया. किरण अस्पताल में सीटी स्कैन से पता चला कि ब्रेन हैमरेज के कारण रक्त के थक्के बन गए हैं.
शुक्रवार 29 अक्टूबर को धर्मिक को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. परिवार के सदस्यों ने सहमति व्यक्त की और अंग दान करने का फैसला किया.
अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल में जूनागढ़ के 11वीं कक्षा के 14 वर्षीय छात्र में लड़के का दिल प्रत्यारोपित किया गया. एमजीएम चेन्नई में आंध्र प्रदेश के एक 44 वर्षीय व्यक्ति में फेफड़े, अहमदाबाद के जाइडस में पाटन के एक 35 वर्षीय व्यक्ति में लीवर और किरण अस्पताल, सूरत में नेत्र प्रत्यारोपण किया गया.