दिल्ली

delhi

Fake Paramedical College In CG: छत्तीसगढ़ में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज ने फांसा, खतरे में 12000 से ज्यादा स्टूडेंट्स का भविष्य

By

Published : Jul 4, 2023, 9:14 PM IST

Updated : Jul 5, 2023, 1:05 AM IST

Fake Paramedical College In CG छत्तीसगढ़ में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज की वजह से 12000 से ज्यादा स्टूडेंट्स का भविष्य खतरे में है. स्टूडेंट्स से मोटी फीस वसूली गई है लेकिन न प्रॉपर एजुकेशन मिल रही है और न ही एग्जाम ली जा रही है. चिकित्सा शिक्षा विभाग और प्रशासन से कई बार शिकायत भी की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा. Operation Of Fake Paramedical College In Cg

Fake Paramedical College In CG
छत्तीसगढ़ में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज

छत्तीसगढ़ में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज से डबल खतरा

रायपुर: छत्तीसगढ़ में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज की वजह से युवाओं के भविष्य पर संकट है. आपको जानकर हैरत होगी कि छत्तीसगढ़ में एक दो नहीं बल्कि 22 फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं. इन संस्थानों में लैब टेक्नीशियन, लेबर अटेंडर, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन, ड्रेसर जैसे कोर्स कराए जा रहे हैं.

स्टूडेंट्स की बढ़ी टेंशन: स्टूडेंट्स भविष्य संवारने के लिए ऐसे कोर्स करते हैं ताकि उन्हें बेहतर रोजगार मिल सके. छत्तीसगढ़ के युवाओं ने भी पैरामेडिकल कोर्स में इसी सोच के साथ दाखिला लिया कि यह कोर्स उन्हें रोजी रोटी दिलाएगा. लेकिन अब पैरामेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने वाले हजारों स्टूडेंट्स मायूस हैं.

क्या है स्टूडेंट्स की परेशानी: पैरामेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स का कहना है कि 2 साल से संस्थान ने एग्जाम नहीं लिया है. अब भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है. एडमिशन के पहले संस्थान ने कई वादे किए गए थे. लेकिन एडमिशन के बाद कोई भी फैसिलिटी नहीं दी जा रही है. 40 से 50 हजार रुपए फीस मांगी गई.

गरीब परिवार के युवाओं की बढ़ी चिंता: पैरामेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे कई स्टूडेंट्स ऐसे परिवार से भी हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. बमुश्किल परिवार ने पैसे इकट्ठा कर फीस जमा किया है. अब फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज की बात सामने आने के बाद इन परिवारों के पैरों तले जमीन खिसक गई है. नाम नहीं बताने की शर्त पर ईटीवी भारत से पैरामेडिकल के स्टूडेंट्स ने अपना दर्द साझा किया है.

''मैं एक किसान परिवार का बेटा हूं. बड़ी मेहनत से रुपए इकठ्ठा कर फीस दी है. फर्स्ट ईयर का एग्जाम दिया है, लेकिन अबतक रिजल्ट नहीं आया है. इंस्टीट्यूट के लोगों ने बिना रिजल्ट दिए ही सेकंड ईयर में प्रमोट कर दिया. कॉलेज में यह अफवाह फैला दी गई कि सभी पास हो गए हैं."-स्टूडेंट, पैरामेडिकल कॉलेज

कोर्स पूरा होने की चिंता: फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे स्टूडेंटस को अपना कोर्स पूरा होने की चिंता है. घर वाले भी उनसे बार बार पूछते रहते हैं. गांव में भी लोग कहते हैं कि 3 साल से कोर्स पूरा नहीं हो पाया. एक स्टूडेंट ने बताया कि ''मेरे से 50000 फीस ली गई थी. स्कॉलरशिप देने भी कहा गया था लेकिन अबतक कोर्स भी पूरा नहीं हो पाया है जबकि समय बीत गया है.''

बमुश्किल थ्योरी पढ़ा रहे, प्रेक्टिकल पर ध्यान नहीं: स्टूडेंट्स इस बात से भी टेंशन में हैं कि उन्हें थोड़ा बहुत जो पढ़ाया जा रहा है, वह भी सिर्फ थ्योरी है. प्रेक्टिकल कराना तो दूर उसकी चर्चा तक नहीं है. एडमिशन के दौरान कहा गया था कि 6 महीने की थ्योरी, 6 महीने का प्रैक्टिकल रहेगा. लेकिन प्रैक्टिकल नहीं हो रहा.

सिंहदेव ने दिए संकेत, पैरामेडिकल डॉक्टरों के हित में फैसला ले सकती है सरकार
SPECIAL: कोरोना काल में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी से जूझ रहा छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग
Allegations of Janata Congress :पैरामेडिकल कोर्स के नाम पर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़

रजिस्ट्रेशन और नौकरी लगाने का झांसा!: फर्जी पैरामेडिकल कॉलेजों ने एडमिशन के दौरान रजिस्ट्रेशन और नौकरी लगाने का वादा तक किया है. स्टूडेंट्स का कहना है कि रजिस्ट्रेशन और नौकरी की बात तो बहुत दूर है, उनकी तो पढ़ाई तक ठीक से नहीं हो रही.

"कॉलेज में एडमिशन लेने के दौरान पैरामेडिकल रजिस्ट्रेशन, 10000 महीना स्कॉलरशिप, इंटर्नशिप के साथ प्लेसमेंट करवाने की भी बात कही गई थी, लेकिन अबतक यह सुविधाएं नहीं मिली."-स्टूडेंट, पैरामेडिकल कॉलेज

छत्तीसगढ़ के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़: छत्तीसगढ़ में संचालित हो रहे पैरामेडिकल कॉलेज में पिछले 2 सालों से परीक्षाएं नहीं हुई है. छात्रों के साथ ही छात्र संगठनों ने भी अवैध रूप से संचालित पैरामेडिकल कॉलेज की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक की है.

''सरकार को तत्काल ऐसे संस्थानों को बंद करना चाहिए. संचालकों पर एफआईआर कर उन्हें जेल भेजना चाहिए. शासन प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो हम न्यायपालिका में जाएंगे."-प्रदीप साहू, प्रदेशाध्यक्ष, अजीत जोगी युवा मोर्चा

सामने आने से डरते हैं स्टूडेंट: जानकारों का कहना है कि फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज बच्चों को ठग रहे हैं. ऐसे स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन भविष्य में भी नहीं होगा, फिर भी बच्चे पैरामेडिकल ग्रेजुएट होने के लालच में पढ़ते हैं. बच्चों में यह भी दबाव रहता है कि अगर वह मीडिया और प्रशासन से शिकायत करेंगे तो उन्हें डिग्री भी नहीं मिलेगी और पढ़ाई भी पूरी नहीं होगी. शासन स्तर पर इसकी देखरेख होनी चाहिए. जो लोग इनका सपोर्ट कर रहे हैं, उन लोगों की भी जांच होनी चाहिए.

"स्टूडेंट खुलकर सामने नहीं आ पाते. फर्जी संस्थान संचालकों को पता चल जाएगा तो बच्चों को डिस्कंटिन्यू कर देंगे. फीस जप्त कर दी जाएगी. यह भी आशंका होती है कि कुछ लोग राजनीतिक रूप से जुड़े हुए होते हैं. पुलिस उनका बहुत कुछ बिगाड़ नहीं पाती. केस दबा दिया जाता है. यह भी सर्वमान्य तथ्य है.''- डॉक्टर राकेश गुप्ता, अध्यक्ष, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

छत्तीसगढ़ में सिर्फ 7 कॉलेज ही मान्यता प्राप्त: चिकित्सा शिक्षा विभाग ने छत्तीसगढ़ में पैरामेडिकल कोर्स के लिए सिर्फ 7 प्राइवेट कॉलेजों को मान्यता दी है. किसी भी तरह के मेडिकल कोर्स के संचालन के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय से मान्यता लेना जरूरी है.

छत्तीसगढ़ में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज ने फांसा
Last Updated : Jul 5, 2023, 1:05 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details