नूंह: हरियाणा के नूंह जिले में हुई हिंसा के बाद प्रदेश के कई जिलों में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है. गुरुग्राम में मंगलवार को भी एक ढाबे में तोड़फोड़ गई है. आज मानेसर में हिंदू संगठनों की पंचायत बुलाई गई है. वहीं रेवाड़ी जिले में समुदाय विशेष की झुग्गियों में कुछ अज्ञात लोगों ने आग लगा दी. तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए हरियाणा के 8 जिलों में अब तक धारा 144 लागू की गई है. इनमें नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रेवाड़ी, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, पानीपत और सोनीपत जिले शामिल हैं. हलांकि गुरुग्राम को छोड़कर मंगलवार को ज्यादातर इलाकों में हालात सामान्य रहे.
नूंह जिले में ब्रज मंडल यात्रा पर पथराव के बाद हुई दो समुदायों की हिंसा में अब तक 5 लोगों की मौत हुई है, जिनमें दो पुलिसकर्मी और तीन आम आदमी शामिल हैं. गुरुग्राम पुलिस ने हिंसा में मारे गये दो होम गार्ड जवानों के परिवार को 57 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. हिंसा फैलाने के मामले में 44 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 70 लोगों को हिरासत में लिया गया है. नूंह जिले में फिलहाल स्थिति सामान्य लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई है. हिंसा के बाद प्रदेश की मौजूदा स्थिति पर समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. सीएम ने नूंह हिंसा को सोची समझी साजिश करार दिया. सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सरकार मृतकों के परिजनों को मुआवजा देगी.
इससे पहले नूंह में हुई हिंसा की आग पड़ोसी जिले गुरुग्राम तक पहुंच गई. यहां उपद्रवी भीड़ ने एक धर्मस्थल पर आगजनी की. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. फिलहाल हरियाणा के 6 जिलों में धारा-144 लागू कर दी गई है. सरकारी और निजी स्कूल कॉलेज बंद हैं. हरियाणा बोर्ड की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं. हिंसा में मरने वालों की संख्या 5 हो गई है.
सोमवार को नूंह में हिंदू संगठनों ने ब्रज मंडल यात्रा निकाली थी. इस दौरान दो गुटों में टकराव हुआ. टकराव के बाद पत्थरबाजी हुई और फिर हिंसा की खबर सामने आई. देखते ही देखते उपद्रवियों ने 50 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था. नूंह में हिंसा के बाद अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं. नूंह पुलिस ने मामले में अभी तक 21 एफआईआर दर्ज की हैं. केंद्र ने हरियाणा में अर्ध सैनिक बल की 20 कंपनियां भेजी हैं. इनमें CRPF की 4, RAF की 12, ITBP की दो और BSF की दो कंपनियां शामिल हैं.
नूंह हिंसा पर सीएम ने बुलाई बैठक: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नूंह हिंसा को लेकर बैठक बुलाई है. सीएम गृह मंत्री अनिल विज के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहेंगे. बता दें कि हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने नूंह हिंसा को साजिश बताया है.
FIR में नहीं मोनू मानेसर का नाम: नूंह एसपी नरेंद्र सिंह ने मंगलवार को सभी लोगों के साथ बैठक की. जिसके बाद उन्होंने बताया कि नूंह शोभायात्रा में मोनू मानेसर शामिल नहीं था. उसका नाम किसी भी FIR में शामिल नहीं है. अब तक इस मामले में 21 FIR दर्ज की गई हैं. FIR की संख्या 40 तक भी पहुंच सकती है. पीस कमेटी की बैठक के बाद उपायुक्त प्रशांत पंवार एवं एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने इस बात की जानकारी दी.
एसपी ने कहा कि नूंह में इंटरनेट सेवा तथा धारा 144 अगले कुछ दिन तक लागू रहेगी. शांति बहाल होने पर ही लगाई गई रोक हटाई जाएगी. उन्होंने कहा कि नूंह हिंसा मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अलग-अलग थानों की पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश कर रही है. सही आंकड़ा कोर्ट में पेश करने के बाद ही मीडिया को बताया जाएगा. नूंह डीसी प्रशांत पवार ने बताया कि हिंसा के चलते 60 लोगों के घायल होने की अभी तक सूचना मिली है.
अब तक 5 लोगों की मौत: नूंह हिंसा में मरने वालों की संख्या 5 हो गई है. जिनमें दो होमगार्ड और तीन आम लोग शामिल हैं. इसके अलावा 15 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं. दोनों होम गार्ड की पहचान नीरज और गुरसेवक के रूप में हुई है. इसके अलावा एक की पहचान बिहार के मूल निवासी साद के रूप में की गई है. एक की पहचान पानीपत के नूरवाला निवासी अरविंद के रूप में हुई है. पांचवें मृतक की पहचान नहीं हो पाई है.
होमगार्ड गुरसेवक फतेहाबाद जिले के टोहाना खंड के गांव फतेहपुरी का रहने वाला था. 32 वर्षीय गुरसेवक सिंह ने 10 साल पहले नौकरी ज्वाइन की थी. बताया जा रहा है कि 7 जुलाई को ही उसे अस्थायी रूप से गुरुग्राम तैनात किया गया था. वहां पर खेड़की दौला थाना में गुरसेवक सिंह की पोस्टिंग हुई थी और सोमवार को वो पुलिस टीम के साथ गुरुग्राम से मेवात जा रहा था. तभी उपद्रवियों ने गाड़ी पर पथराव व फायरिंग कर दी थी. इस घटना में दो होमगार्ड जवानों की जान चली गई थी, जिनमें से एक गुरसेवक था. वो पीछे दो बच्चे छोड़ गया है. जिनमें 6 वर्ष की बेटी और 4 वर्ष का बेटा है.