गांधीनगर :केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को गांधीनगर स्थित नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) में नए स्कूल ऑफ लॉ, फॉरेंसिक जस्टिस एंड पॉलिसी स्टडीज का उद्घाटन किया. इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमआर शाह, गुजरात उच्च न्यायालय की कार्यवाहक न्यायाधीश आरएम छाया और उच्च न्यायालय तथा उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश मौजूद थे.
इस अवसर पर अपने संबोधन में रिजिजू ने कहा कि लोकतंत्र में न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका के बीच जीवंत संबंध महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा, 'न्यायाधीश जो कहते और सोचते हैं, सरकार को उसे अमल में लाना चाहिए और ऐसा केवल अदालत की अवमानना के डर से नहीं किया जाना चाहिए.'
रिजिजू ने कहा, 'न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका अलग-अलग अंग हैं, लेकिन हम सभी देश के लिए काम करते हैं. बाहर के लोग सोचते हैं कि हम एक टकराव में लगे हुए हैं, कार्यक्षेत्र के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. हम सभी राष्ट्र के हित के लिए काम कर रहे हैं.'
मंत्री ने कहा, 'हमें मीडिया के माध्यम से उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालयों और निचली अदालतों में सुनवाई के दौरान न्यायाधीशों की टिप्पणियां और उनके द्वारा व्यक्त की गई नाराजगी तथा संतुष्टि के बारे में सुनने को मिलता है. न्यायाधीश जो भी कहते या सोचते हैं, उसे लागू करना हमारा काम है.'