लखनऊ :राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पंजाब के मोगा में खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा धमकी देने और जबरन रंगदारी वसूलने के मामले में गुरुवार को उत्तर प्रदेश व पंजाब के नौ स्थानों पर छापामारा व तलाशी ली. NIA अधिकारी ने बताया कि तलाशी में खाली बुलेट कारतूस, 122 ग्राम नशीला पदार्थ, एक पॉलीथिन बैग, कॉम्पैक्ट ड्राइव सहित डिजिटल उपकरण, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए. कहा कि आगे की जांच जारी है.
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NIA के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मेरठ व मुजफ्फरनगर और पंजाब के बरनाला, मोगा, फिरोजपुर में तलाशी ली गई. भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मई में पंजाब के मोगा में मामला दर्ज किया गया था. प्राथमिकी पंजाब पुलिस को मिली सूचना के आधार पर दर्ज की गई थी. इसमें आरोप था कि मोगा निवासी अर्शदीप सिंह, बरनाला के चरणजीत सिंह और फिरोजपुर के रमनदीप सिंह ने एक गिरोह बनाया था. ये लोगों को धमकाने के साथ ही रंगदारी भी वसूल रहे थे.
यूपी के गैंगस्टर और शूटरों का बनाया था गिरोह
NIA ने फिर से मामला दर्ज किया और जांच अपने हाथ में ले ली. अधिकारी ने कहा कि तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया. फरार आरोपी अर्शदीप भारत सरकार द्वारा नामित आतंकवादी और खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह के करीबी सहयोगी ने पंजाब और उत्तर प्रदेश स्थित गैंगस्टर और शूटरों को मिलाकर आतंकवादी गिरोह का गठन किया था. NIA के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों ने पंजाब में रहने वाले तीन व्यापारियों की कथित तौर पर हत्या कर दी और अन्य लक्ष्यों की भी पहचान की.