जम्मू : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने आतंकवादियों को शरण देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इन आतंकवादियों ने इस साल की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के ढांगरी गांव में सात निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी थी. एनआईए ने एक बयान में यह जानकारी दी.
निसार अहमद उर्फ 'हाजी निसार' और मुश्ताक हुसैन, दोनों मौजूदा समय में एक अन्य मामले में जम्मू के कोट भलवाल केंद्रीय कारागार में बंद हैं. एनआईए ने दोनों को गुरुवार को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया. एनआईए के बयान के मुताबिक, दोनों को शुक्रवार को जम्मू की विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पेश किया गया और 12 दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया.
गौरतलब है कि इस साल एक जनवरी को राजौरी जिले के ढांगरी गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर आतंकवादियों द्वारा अंधाधुंध गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई थी. गांव से भागने से पहले आतंकवादियों द्वारा छोड़े गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में विस्फोट होने से दो और लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे. एनआईए ने बयान में कहा, 'उन्होंने आतंकवादियों को दो महीने से अधिक समय तक रसद सहायता प्रदान की थी और उन्हें पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आकाओं सैफुल्ला उर्फ साजिद जट, अबू कातल उर्फ कातल सिंधी और मोहम्मद कासिम के निर्देशों पर बनाए गए ठिकाने में शरण दी थी.'
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(पीटीआई-भाषा)