नई दिल्ली: सेना में भर्ती (Army Recruitment) का सपना संजो रहे युवाओं के लिए एक खुशखबरी है. केंद्र की मोदी सरकार ने सेना में रुकी हुई भर्ती को खोल दिया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ स्कीम (Agnipath Recruitment Scheme) का एलान कर दिया है. इससे सेना में शॉर्ट टर्म सेना में बहाली हो पाएगी. तीनों सेना प्रमुखों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका एलान किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाओं को विश्व की बेहतरीन सेना बनाने की दिशा में आज सुरक्षा मामलों की संसदीय समिति ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि आज हम 'अग्निपथ' नामक एक transformative योजना ला रहे हैं, जो हमारी आर्म्ड फोर्सेज में ट्रांसफॉर्मेटिव चेंज लाकर उन्हें पूरी तरह आधुनिक और और हथियारों से सुसज्जित बनाएगी. देश के युवाओं के लिए चार साल की भर्ती की योजना है. इन युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा.
युवाओं को अग्निवीर से सेवा का मौका: उन्होंने कहा कि 'अग्निपथ' योजना में भारतीय युवाओं को बतौर 'अग्निवीर' आर्म्ड फोर्सेज में सेवा का अवसर प्रदान किया जाएगा. यह योजना देश की सुरक्षा को मजबूत करने एवं हमारे युवाओं को सैन्य सेवा का अवसर देने के लिए लाई गई है. रक्षा मंत्री ने कहा कि आप सब इस बात से जरूर सहमत होंगे कि संपूर्ण राष्ट्र, खास तौर पर हमारे युवा, आर्म्ड फोर्सेज को सम्मान की दृष्टि से देखते हैं. अपने जीवन काल में कभी न कभी प्रत्येक बच्चा सेना की वर्दी धारण करने की तमन्ना रखता है. चार साल की सेवा के दौरान अच्छा वेतन और सुविधाएं दी जाएंगी. तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने दो हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सैनिकों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के बारे में जानकारी दी थी.
दो साल से रुकी हुई है सेना की भर्ती:पिछले दो साल से सेना में भर्तियां नहीं हुई हैं. इस साल की शुरुआत में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने संसद में एक सवाल के जवाब में लिखित जवाब दिया था कि कोरोना महामारी के चलते सेना की रिक्रूटमेंट रैलियों पर रोक लगी हुई है. इसके अलावा वायुसेना और नौसेना की भर्तियों पर रोक लगी हुई है. हालांकि, ऑफिसर रैंक की परीक्षाओं और कमीशनिंग पर कोई असर नहीं पड़ा है. लेकिन सैनिकों की भर्ती रुकने से देश के युवाओं में रोष है और इसको लेकर वे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चुनावी रैलियों में भी अपना विरोध जता चुके हैं. सोशल मीडिया पर भी कई बार रिक्रूटमेंट रैलियां ना होने के चलते कई बार कैंपन हो चुका है.
इस भर्ती योजना को शीर्ष नेतृत्व की देखरेख में तैयार किया जा रहा है इसलिए आधिकारिक तौर से रक्षा मंत्रालय में कोई इसपर खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है. लेकिन जो जानकारी छन-छनकर सामने आ रही है उसके मुताबिक नई रिक्रूटमेंट योजना में ये सब पहली बार होने जा रहा है-
1: सेना में भर्ती मात्र चार साल के लिए होगी.
2: चार साल बाद सैनिकों की सेवाओं की समीक्षा की जाएगी. समीक्षा के बाद कुछ सैनिकों की सेवाओं का विस्तार किया जा सकता है. बाकी को रिटायर कर दिया जाएगा.
3: चार साल की नौकरी में छह-नौ महीने की ट्रेनिंग भी शामिल होगी.
4: रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं मिलेगी बल्कि एक मुश्त राशि दी जाएगी.
5: 17.5 साल से 21 साल के युवाओं को मौका मिलेगा.