नई दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत से पहले उपराष्ट्रपति (Vice-President) एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) ने शनिवार को सांसदों से आग्रह किया कि कोविड-19 संक्रमण काल में वे जनता के साथ खड़े रहें और उनकी चिंता से संबंधित सभी मुद्दों के निवारण पर सदन में चर्चा करें.
सोमवार से आरंभ हो रहे सत्र से पहले नायडू ने अपने आधिकारिक आवास पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की और सदन में सुचारु कामकाज सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
उन्होंने नेताओं से कहा, 'सदन के सभी समूहों को सुचारु और बेहतर कामकाज सुनिश्चित करना चाहिए क्योंकि कोविड-19 से प्रभावित लोगों की चिंताओं का समाधान निकालने का यह सत्र मौका प्रदान करता है.'
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लोगों को हुई परेशानियों और देश के स्वास्थ्य ढांचे के सामने आई चुनौतियों का उल्लेख करते हुए नायडू ने कहा कि महामारी के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी से अवगत होने और विभिन्न राज्यों के सदस्यों के जमीनी स्तर पर निजी अनुभव से लाभ लेने का संसद उचित मंच है.
उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है. मॉनसून सत्र में सरकार के मुद्दों के बारे में जानकारी देते हुए संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार ने 29 विधेयकों को चिह्नित किया है, जिन्हें सत्र के दौरान पेश किया जाएगा. इनमें छह अध्यादेश हैं, जिन्हें कानून के रूप में संसद में पेश किया जाएगा.
सीमा विवाद के मुद्दों पर चर्चा जरूरी : खड़गे
उन्होंने सदन के सुचारु कामकाज के लिए सभी दलों का सहयोग भी मांगा. बैठक में मौजूद राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीमा विवाद के मुद्दों से संबंधित चिंता पर चर्चा की आवश्यकता जताई.