अलीगढ़:शहर के गांधीपार्क थाना इलाके में स्थित एक हजारों वर्ष पुराने ऐतिहासिक मंदिर में मुस्लिम महिला और पुरुषों को प्रतिबंध किया गया है. इतना ही नहीं हिंदू भक्तों के लिए भी ड्रेस कोड जारी किया गया है. इसके लिए बाकायदा बुधवार को मंदिर के बाहर दीवार पर नोटिस चस्पा किया गया है. जिस पर लिखा है कि 'मंदिर परिसर में मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है'. साथ ही दूसरे चस्पा हुए नोटिस पर लिखा है कि 'हिंदू भक्तों से निवेदन है कि मंदिर में ड्रेस कोड का पालन करें.'
अलीगढ़ के हजारों वर्ष पुराने मंदिर में मुस्लिमों की नो एंट्री, हिंदूओं के लिए ड्रेस कोड जारी - Notice pasted on Hanuman temple of Aligarh
अलीगढ़ के हजारों वर्ष पुराने हनुमानजी के मंदिर में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है. इसके साथ हिंदुओं के लिए ड्रेस कोड जारी कर पालन करने का निवेदन किया गया है.
बता दें कि देशभर में हनुमान जी के कई मंदिर हैं, जहां भगवान के विभिन्न रूपों की पूजा अर्चना होती है. लेकिन अलीगढ़ में हनुमान जी का गिलहरी के रूप में एक मंदिर स्थापित है. बताया जाता है कि महाभारत काल में श्री कृष्ण के भाई दाऊ जी ने अचल ताल पर पूजा की थी. अचल ताल के मंदिर में गिलहरी रूप पर हनुमान जी की एक आंख दिखाई देती है. गांधी पार्क थाना इलाके में स्थित एक ऐतिहासिक गिलहराज मंदिर में मंगलवार को भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और पूजा अर्चना करते हैं. माना जाता है यहां भक्तों के सभी दुखों का नाश होता है साथ ही जीवन में सुख में और खुशहाली आती है.
मंदिर पर पूजा अर्चना करने पहुंचे भक्त राधेश्याम गुप्ता का कहना है कि गिलहराज मंदिर में 10 साल की उम्र से लगातार आ रहे है. जो बड़े महंत जी थे उनके जमाने से हमारे पिताजी आते थे. उस समय अलीगढ़ शहर के अंदर लाइट भी नहीं थी. जो पोस्टर मंदिर के बाहर चस्पा किए हैं उसका समर्थन करते हैं. हिंदुओं को इस बात का पालन करना चाहिए कि सही ढंग से कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश किया जाए. मुसलमानों का प्रवेश तो पहले से ही प्रतिबंध है. वह लोग वैसे भी मंदिरों में नहीं आते हैं. अगर कोई चोरी के उद्देश्य से आता है तो वह अलग विषय है, जो पोस्टर चस्पा किए हैं वह बिल्कुल सही है.