जबलपुर। जबलपुर के रांझी इलाके में एक 11 साल की बच्ची को मोहल्ले के लोगों ने एक परिवार की गुलामी से मुक्ति दिलाई. यह 11 साल की लड़की खमरिया फैक्ट्री में काम करने वाले मैनेजर लेवल के अधिकारी अभय गुप्ता के यहां बंधक थी. पुलिस ने अभय गुप्ता को पूछताछ के लिए बुलाया है और बच्ची के माता-पिता को छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से जबलपुर बुलाया जा रहा है.
आस पड़ोस के लोगों ने बच्ची को दिलवाई आजादी:जबलपुर के रांझी इलाके में रांझी थाने के ठीक सामने यादव अपार्टमेंट है. इस अपार्टमेंट में एक फ्लैट से 11 साल की बच्ची ने खिड़की से इशारे करके लोगों को इकट्ठा किया. जब लोग इस बच्ची के करीब पहुंचे तब एक दर्दनाक कहानी सामने आई. आस पड़ोस के लोगों ने रांझी थाने में पुलिस को सूचना दी की यादव अपार्टमेंट में खमरिया फैक्ट्री में काम करने वाले जॉइंट वर्क मैनेजर अभय गुप्ता रहते हैं और उनके फ्लैट में 11 साल की लड़की है जो लोगों से मदद मांग रही है.
लड़की छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर की रहने वाली:जब मौके पर पुलिस पहुंची और बच्ची को थाने लाया गया तब पता लगा कि अभय गुप्ता इसके पहले छत्तीसगढ़ में काम करते थे और वहां से इस 11 साल की लड़की को घर का काम करवाने के लिए लेकर आए थे. यह लड़की छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर की रहने वाली है. यह बच्ची बीते 10 महीने से अभय गुप्ता के परिवार में रह रही थी. पीड़ित बच्ची ने बताया कि अभय गुप्ता और उसकी पत्नी कई बार बाहर जाते थे तो वे घर में बाहर से ताला लगा कर चले जाते थे और वह खाने तक को तरस जाती थी.
माता-पिता को बुलावा भेजा:पुलिस ने इस बच्ची से पूछताछ के बाद उसके माता-पिता को बुलाया है. बच्ची की बातचीत उसके पिता से भी करवाई गई जिसमें रोते-रोते बच्ची ने अपने साथ हुए जुल्म को अपने पिता को बताया. अभी इस कहानी में किसी को यह जानकारी नहीं है कि यह बच्ची माता-पिता के द्वारा भेजी गई थी या फिर अभय गुप्ता ने इसे कहीं और से प्राप्त किया था.