भोपाल।पेशे से गायक रहीं दीप्ति परमार ने 24 नवंबर को इन जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था. उस समय इनकी 6 महीने में ही प्रीमेच्योर डिलीवरी हुई थी. डिलीवरी होने के बाद बच्चे बेहद कमजोर थे. जबकि खुद दीप्ति का किडनी ट्रांसप्लांट होने के चलते किडनी में इंफेक्शन था. कई गंभीर बीमारियों से जूझ रही थीं. ऐसे में बच्चे या मां में से किसी एक को ही बचा पाना डॉक्टरों के लिए संभव था. इसके बाद दीप्ति ने परिवार के साथ मशवरा कर यह निर्णय लिया गया था कि, बच्चों को ही बचाया जाए.
असंभव को किया संभव:अस्पताल के डॉक्टर राहुल अग्रवाल के अनुसार दीप्ति की जब डिलीवरी हुई थी. उस समय कंडीशन काफी सीरियस थी. ऐसे में किसी एक को बचा पाना संभव था. परिवार के कहने पर बच्चों को बचाया गया. फिर भी समस्या यह थी कि, दोनों जुड़वा बच्चे प्रीमेच्योर होने के चलते 6 महीने में डिलीवर हुए थे.