सागर। कर्नाटक में चल रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा कांग्रेस के तगड़े मुकाबले में बीजेपी की तरफ से पीएम नरेन्द्र मोदी प्रचार-प्रसार की कमान संभाले हुए हैं. तो दूसरी तरफ राहुल और सोनिया गांधी के मुकाबले कांग्रेस के अभियान का सारा दारोमदार प्रियंका गांधी पर नजर आ रहा है. मौजूदा साल में मध्यप्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं और सियासी हलचल तेजी से बढ़ रही है. कर्नाटक चुनाव के बाद मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का प्रचार प्रसार जोर पकडे़गा. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी 12 जून को महाकौशल अंचल से एक तरह से चुनाव अभियान की शुरूआत करेंगी. प्रियंका गांधी के दौरे को देखते हुए भाजपा ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बुंदेलखंड दौरे की तैयारी तेज कर दी है.
चुनावी शंखानाद की तैयारी: चर्चा है कि 14 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीना आएंगे और बीना रिफाइनरी के विस्तार की घोषणा के साथ चुनावी शंखनाद करेंगे. चुनावी तैयारियों के लिहाज से देखा जाए तो कांग्रेस महकौशल में अपने आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए प्रियंका गांधी का दौरा करा रही है. वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुंदेलखंड के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले बीना से ग्वालियर चंबल और बुंदेलखंड के अनुसूचित जाति वोट को साधने की कोशिश करेंगे. फिलहाल दोनों नेताओं के दौरे को मध्यप्रदेश के चुनावी आगाज के तौर पर देखा जा रहा है और माना जा रहा है कि कर्नाटक की तरह मध्यप्रदेश में प्रियंका और मोदी आमने सामने होंगे.
प्रियंका आदिवासी तो पीएम मोदी अनुसूचित जाति वोट बैंक: चुनावी साल में प्रियंका गांधी का महाकौशल दौरा आदिवासी वोट बैंक साधने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है. महाकौशल अंचल और उससे लगा इलाका आदिवासी बाहुल्य इलाका है. आदिवासी वोट बैंक का झुकाव आम तौर पर कांग्रेस की तरफ माना जाता है, लेकिन भाजपा कांग्रेस के वोट बैक में सेंध लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इसीलिए कांग्रेस प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी की छवि के जरिए वोट बैंक साधने की कोशिश कर रही है. वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री बीना का दौरा करने वाले हैं. बीना एक ऐसा इलाका है, जो बुंदेलखंड का प्रवेश द्वार कहा जाता है और बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल इलाके को जोड़ने का काम करता है. बीना जहां खुद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधानसभा सीट है, तो बीना से लगे ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड में बडे़ पैमाने पर अनुसूचित जाति के वोटर हैं. माना जा रहा है कि इसीलिए प्रधानमंत्री के दौरे के लिए बीना का चयन किया गया है.