भोपाल :मध्यप्रदेश में आईएएस-आईपीएस और आईएफएस के 100 से ज्यादा अफसर (More than 100 top officials in MP) भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) और लोकायुक्त के घेरे में हैं.
ये जानकारी कांग्रेस विधायक व पूर्व संसदीय मंत्री रहे डॉ. गोविंद सिंह के पूछे गए सवाल पर विधानसभा में दी गई है. मध्यप्रदेश विधानसभा ने प्रदेश के आईएएस-आईपीएस और आईएफएस अफसरों के भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की जानकारी दी है. 35 आईएएस के खिलाफ लोकायुक्त की जांच और 28 के विरुद्ध ईओडब्ल्यू जांच कर रही है, 20 आईपीएस और 39 आईएफएस के खिलाफ भी भ्रष्टाचार की शिकायतें की गई हैं.
हाल ही में वरिष्ठ आईएएस अफसर कल्पना श्रीवास्तव के ट्रांसफर का मामला सुर्खियों में है, जिसमें उद्यानिकी संचालक के पद से हटाए गए मनोज अग्रवाल का नाम आया था. मनोज अग्रवाल पर प्याज का बीज 1100 रुपए किलो के स्थान पर ₹2300 किलो खरीदने की शिकायत ईओडब्ल्यू में की गई, जिस पर ईओडब्ल्यू ने प्राथमिकी दर्ज की है. उद्यानिकी विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव ने प्याज बीज खरीदी घोटाले की फाइलें मांगी थी और जांच शुरू की थी, लेकिन सरकार ने उन्हें विभाग से हटा दिया था.
विधानसभा में गोविंद सिंह को मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से कई अफसर ऐसे हैं, जो रिटायर हो चुके हैं और कुछ निलंबित हैं. लोकायुक्त में जिन आईएएस अधिकारियों के खिलाफ जांच लंबित है, उसमें बसंत कुर्रे, ललित दाहिमा, जेडीयू शेख, अशोक कुमार, वीरेंद्र कुमार हैं. राज्य प्रशासनिक सेवा के मनीष सेठिया, पवन कुमार जैन, निलय सत्भैया, विवेक सिंह, पंकज शर्मा, एमपी नामदेव शामिल हैं. पुलिस महकमे के अधिकारी अनिल कुमार मिश्रा, देवेंद्र सिरोलिया, सुशील रंजन सिंह, विकास पाठक, सिद्धार्थ चौधरी के खिलाफ भी शिकायतें हैं.