रुद्रपुर : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand assembly election 2022) के प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर महामारी के बीच प्रदर्शनकारी किसानों को एक साल के लिए सड़कों पर छोड़ने का आरोप लगाया और कहा कि भारत में अब एक राजा है जिसे लगता है कि उसके द्वारा निर्णय लिए जाते समय लोगों को चुप रहना चाहिए. उधमसिंह नगर जिले के किच्छा में एक रैली में किसानों को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी सरकार देना चाहती है जो किसानों, युवाओं और गरीबों के साथ साझेदारी में काम करे.
उन्होंने 'उत्तराखंडी किसान स्वाभिमान संवाद' रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'अगर कोई प्रधानमंत्री सभी के लिए काम नहीं करता है तो वह प्रधानमंत्री नहीं हो सकता. उस हिसाब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं हैं.' मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों ने कर्ज माफी के लिए उनसे संपर्क किया और यह 10 दिन के भीतर किया गया तथा उन्हें 70,000 करोड़ रुपये की कर्ज माफी दी गई.
गांधी ने कहा, 'यह कोई मुफ्त उपहार नहीं था. हमने ऐसा इसलिए किया क्योंकि आप देश के लिए 24 घंटे काम करते हैं.' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'कांग्रेस ने कभी किसानों के लिए अपने दरवाजे बंद नहीं किए... हम किसानों, गरीबों, मजदूरों के साथ साझेदारी में काम करना चाहते हैं ताकि हर वर्ग को लगे कि यह उनकी सरकार है.'
उन्होंने कहा कि मोदी ने एक साल के लिए कोविड और ठंड के बीच किसानों को सड़कों पर छोड़ दिया तथा शिकायतों को सुनने के लिए किसानों को आमंत्रित नहीं किया. गांधी ने आरोप लगाया, 'भारत में आज प्रधानमंत्री नहीं है. इसका एक राजा है जो मानता है कि जब राजा निर्णय लेता है तो बाकी सभी को चुप रहना चाहिए.'