मिर्जापुर : जिले के लहुरियादह गांव में जल जीवन मिशन के तहत आजादी के बाद पहली बार पानी पहुंचा था. डीएम दिव्या मित्तल ने इसका उद्घाटन किया था. पेयजल सप्लाई से लोग बेहद खुश थे, लेकिन तीन ही दिन उनकी खुशियां परेशानियों में बदल गईं. भाजपा नेता की शिकायत पर डीएम का तबादला हो गया. इसके बाद शरारती तत्वों ने पाइप को काट दिया. इससे बाद गांव में पानी की सप्लाई बंद हो गई. ग्रामीण फिर से पानी के लिए टैंकरों पर निर्भर हो गए हैं.
पानी के लिए बना है कार्ड :हलिया ब्लॉक के मध्य प्रदेश बॉर्डर के पास पहाड़ों पर बसा है लहुरियादह गांव. यहां के निवासी मिश्री लाल, पन्ना लाल आदि ने बताया कि काफी समय से गांव में पानी का संकट है. गांव के लोग कई किलोमीटर दूर जाकर झरने या दूसरे गांवों से पानी लेकर आते हैं. यहां पर टैंकर भी आते हैं. पानी के लिए गांव के लोगों के कार्ड भी बने हुए हैं. तीन दिन में टैंकर आता है, एक व्यक्ति को 15 लीटर पानी मिलता है. प्रति व्यक्ति एक दिन में केवल पांच लीटर पानी ही मिल पाता है. पहली बार जिले की डीएम दिव्या मित्तल ने ग्रामीणों की इस परेशानी को महसूस किया. उन्होंने 29 अगस्त को जल जीवन मिशन के तहत घरों तक पानी की सप्लाई पहुंचाकर उद्घाटन भी कर दिया. आजादी के बाद पहली बार गांव में पानी पहुंचने पर लोग खुशी से झूम उठे थे, लोग डीएम को मसीहा मानने लगे थे.
बीजेपी नेता ने सीएम से की थी शिकायत :तीन तीन गांव में पेयजल सप्लाई होती रही. इसके बाद अचानक डीएम दिव्या मित्तल का तबादले की खबर से गांव के लोग चिंतित हो गए. इस बीच शरारती तत्वों ने पाइप को काट दिया. इसके बाद सप्लाई बंद हो गई. ग्रामीणों के अनुसार बीजेपी नेता ने सीएम से डीएम की शिकायत की थी. आरोप लगाया था कि डीएम ने उद्घाटन कार्यक्रम में विधायक, चेयरमैन किसी को नहीं बुलाया था, न ही कार्यक्रम की सूचना दी थी. मिर्जापुर सांसद व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के निजी सचिव ने भी पत्र लिखा था. आरोप लगाया था कि डीएम पिछले 6 महीने से सांसद निधि के कार्य स्वीकृति नहीं कर रहीं हैं. सचिव का पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसके बाद डीएम का तबादला कर दिया गया. बीजेपी नेता विपुल सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी मनमानी कर रहीं थीं. जनप्रतिनिधियों को उद्घाटन में नहीं बुलाया गया. डीएम का काम प्रशासनिक कार्य करना है, उद्घाटन करना नहीं,. इसलिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ट्रांसफर करने की मांग की थी.