मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना के पास एक सुखोई-30 और मिराज 2000 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं. जिले के पहाड़गढ़ के जंगल में फाइटर जेट गिरने के बाद आग लग गई, सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स पहाड़गढ़ के जंगल में पहुंची और राहत बचाव कार्य किया. दोनों विमानों में 3 लोग सवाल थे, हादसे में 2 पायलट सुरक्षित हैं जबकि एक मिराज के पायलट विंग कमांडर हनुमंत राव सार्थी की मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि "सुखोई-30एमकेआई विमान के दो पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए, जबकि मिराज-2000 के पायलट की मौत हो गई." घटना पहाड़गढ़ थाना इलाके के मानपुर ईश्वरा महादेव के जंगलों की है. इस पूरे ही मामले में इंडियन एयरफोर्स की तरफ से जो आधिकारिक जानकारी दी गई है उसके मुताबिक ग्वालियर एयरबेस से नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर 2 प्लेन्स ने उड़ान भरी और थोड़ी ही देर बाद दोनों क्रैश हो गए. इसमें से एक विमान एमपी के मुरैना में गिरा तो वहीं दूसरा राजस्थान के भरतपुर में जाकर गिरा. सीएम शिवराज ने इस हादसे पर दुख जताया है. रक्षा मंत्री राजनाथ ने ली हादसे की जानकारी ली है. वहीं एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और सीडीएस जनरल अनिल चौहान घटना की जानकारी दे रहे हैं.
विंग कमांडर हनुमंत राव सार्थी का रविवार को होगा अंतिम संस्कार: मिराज 2000 में सवार शहीद विंग कमांडर हनुमंत राव सार्थी कर्नाटक के बेलगावी के रहने वाले थे. हनुमंत राव सार्थी अपने पीछे पिता, माता, पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गये हैं. वायुसेना प्रशिक्षण केंद्र बेलगावी के अधिकारियों ने हनुमंत राव सार्थी के घर जाकर घटना की जानकारी परिजनों को दे दी है. घटना से विंग कमांडर हनुमंत राव सार्थी के घर मातम पसरा हुआ है. हनुमंत राव सार्थी के पिता रेवानासिद्दप्पा ने भी भारतीय सेना में कैप्टन के रूप में सेवा दी है और उनके भाई प्रवीण भी भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन हैं. सूत्रों ने बताया है कि हनुमंन राव सार्थी का पार्थिव शरीर रविवार सुबह विशेष विमान से बेलगावी पहुंचेगा.
Plane Crash in Bharatpur: भरतपुर में प्लेन क्रैश, जांच में जुटा स्थानीय प्रशासन
ग्वालियर एयरबेस से भरी थी उड़ान:ग्वालियर के IAF एयरबेस से दोनों फाइटर प्लेन्स ने आज सुबह उड़ान भरी. इसके बाद मुरैना के पास ये दोनों लड़ाकू विमान जिसमें सुखोई-30 के साथ ही मिराज 2000 शामिल है दुर्घटनाग्रस्त हुए. इस बड़े हवाई हादसे के बाद जैसे ही जानकारी मिली मौके पर राहत दल पहुंचा. एयरफोर्स के हवाले से पता चला है कि दोनों ही विमान ग्वालियर से नियमित उड़ान पर निकले थे. ग्वालियर देश के सबसे बड़े एयरबेस में एक है जहां फ्रांस निर्मित मिराज और सुखोई ग्राउंडेड हैं. यहां लगभग हर दिन प्रशिक्षण के लिए फाइटर प्लेन्स उड़ान भरते हैं.
फ्रांस और रुस के बने विमान:मुरैना में जो हादसा हुआ है उसमें फ्रांस निर्मित मिराज 2000 और साथ ही रुस निर्मित सुखोई-30 शामिल हैं, हालांकि दोनों का प्रोडक्शन भारत में ही होता है. मुरैना के कलेक्टर ने बताया कि दोनों जेट विमानों ने सुबह 5.30 AM पर उड़ान भरी और इसके थोड़ी ही देर के बाद ही दुर्घटना के शिकार हो गए. 3 में से दो पायलट्स सेफ एग्जिट लेने में कामयाब रहे. जबकि तीसरे पायलट की मौत हो गई.