श्रीनगर : कश्मीर में एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन गुरुवार को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. पहले ही दिन यहां पर भारी संख्या में पर्यटक नजर आए. टूयूलिप गार्डेन में इस वर्ष अलग-अलग-अलग प्रकार के लगभग 15 लाख टूयूलिप के फूल लगाए गए हैं.
यहां के खूबसूरत ट्यूलिप फूलों की देखभाल यहां के माली करते हैं. वे यहां पर कतार में हमेशा पीछे ही खड़े दिखाई पड़ते हैं, यहां तक की सरकारी रिकॉर्ड में भी उनके नामों को दर्ज नहीं किया जाता. ईटीवी भारत ने 'फ्लोरीकल्चर विभाग' के उन कार्यकर्ताओं से बात की, जो ट्यूलिप गार्डन को खूबसूरत बनाने के लिए 11 महीनों तक कड़ी मेहनत करते हैं. यह इनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि जब गार्डन को देखने पर्यटक आते हैं तो उनके मन में खुशी की लहर दौड़ जाती है और चेहरे पर मुस्कान बिखर जाती है.
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यहां के एक माली मोहम्मद शफी ने कहा कि इस ट्यूलिप गार्डेन में हॉलैंड से निर्यात किए ट्यूलिप पौधों और फूलों को तैयार करने में 11 महीने लगे. इन 11 महीनों में कम से कम 150 माली कड़ी मेहनत करते हैं, जो गार्डेन में लगभग 15 लाख ट्यूलिप को लगाते हैं और मार्च महीने के अंत तक यह पूरी तरह से गार्डेन आम पर्यटको के लिए तैयार हो जाता है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में कड़ी सर्दी के दौरान जब ट्यूलिप के बगीचों में चारों ओर बर्फबारी होती है, तो उन्हें ट्यूलिप लगाने के लिए पहले बर्फ को साफ करना पड़ता है फिर वह इन पौधों को लगा पाते हैं.