रायपुर: (Mayors Convention 2022 )रायपुर में आयोजित अखिल भारतीय महापौर परिषद की 51वीं बैठक का रविवार को समापन हो गया (51st meeting of all India mayors council). समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके थीं. जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता रायपुर के सांसद सुनील सोनी ने की (mayors council meet concludes in raipur).
राज्यपाल अनुसुईया उइके ने समापन समारोह को किया संबोधित:कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए यह गर्व की बात है कि पूरे देश के महापौर रायपुर आए हैं. जिस तरह से उनका छत्तीसगढ़ में स्वागत हुआ है. कहीं ना कहीं छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया को आयोजकों ने साबित किया है. राज्यपाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा मैंने कभी नहीं सोचा था कि राष्ट्रीय स्तर के पद पर पहुंच जाऊंगी. जो व्यक्ति को जिम्मेदारी और पद मिलता है. तब लोगों की अपेक्षाएं बढ़ जाती हैं.लोगों की मूलभूत जरूरत को लेकर लोग उम्मीद और आस लगाते हैं .अपने अपने आचार व्यवहार संस्कार से उनकी भावनाओं को समझकर उसे सुनें. जब हम जिम्मेदार पदों पर पहुंचते हैं, तो कई बार हमारा फोन बंद हो जाता है. या हम लोगों के फोन नहीं उठाते.राज्यपाल महोदया ने देश से आए सभी मेयर्स से कहा कि, लोगों की परेशानियों को सुनें. उनकी बातों को सुनने के दौरान एक अच्छा व्यवहार जरूर रखें. पद के पीछे न भागें. पद आपके पीछे भागेगा. आप अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाएंगे तब वही व्यक्ति आगे चलकर विधायक,मंत्री ,सांसद और सर्वोच्च पद पर पहुंचेगा.
महापौर परिषद की बैठक का समापन मैंने राजभवन की परंपरा तोड़ी:राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि राज्यपाल को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल होते हैं. क्योंकि अब तक राज्यपाल का लिमिटेड लोगों से मिलना जुलना होता है. पिछले 20 साल में छत्तीसगढ़ में पहली बार ऐसा हुआ होगा. मैंने अपने राजभवन को जन भवन में बदला. मैं हर नागरिक को सुनने और समझने का प्रयास रोज करती हूं. मेरा काम भवन में रहने और आराम करने का नहीं है. हर जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को इस भावना और इस व्यवहार को अपनाना चाहिए.राजभवन के कई नियम हैं. जिसे मैंने जनमानस के लिए तोड़े हैं. जनमानस के हित के लिए छोड़े जाने वाले नियम अपने आप में बहुत बड़े होते हैं.अगर इसी भावना के साथ लगातार शहर, राज्य और देश में काम होते रहे तो निश्चित रूप से यह मील का पत्थर साबित होगा.
पीपीपी मॉडल से शहर में हो काम:कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रायपुर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि केंद्र और राज्य के बाद अगर कोई जवाबदेह सरकार है. तो वह स्थानीय सरकार है. केरल सरकार ने अपने महापौर को सर्वोच्च अधिकार दिए हैं. शहर में प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर विकास किए जाने चाहिए. 2006 में मैंने यह तय किया था कि राजधानी में ट्रैफिक सिग्नल लगना चाहिए लोगों ने मुझसे सवाल किया कि क्या लोग ट्रैफिक सिग्नल पर रुकेंगे. लेकिन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर रायपुर में सिग्नल लगाए गए. जिन एजेंसी ने सिग्नल लगाए थे उन्होंने सिग्नल में विज्ञापन के माध्यम से पैसे भी कमाए. लेकिन शहर में सिग्नल लग पाया इस तरह के काम स्थानीय निकायों को अपने स्तर पर करने चाहिए.
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जनसेवा को बढ़ाने का करें काम: अखिल भारतीय महापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन ने कहा कि 51वीं महापौर परिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई. आज इस राष्ट्रीय अधिवेशन का समापन हुआ है. सभी लोगों का मत है कि जनसेवा के क्षेत्र को अधिक से अधिक बढ़ाया जाए .ताकि मूलभूत सुविधाओं को आम जनता तक ज्यादा से ज्यादा पहुंचा सके.
नगर निगम इंडस्ट्रीज को पानी बेचेगा:रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि अखिल भारतीय महापौर परिषद का कार्यक्रम सफल रहा. इस बैठक के माध्यम से सभी महापौर ने कुछ ना कुछ जरूर सीखा है. जिस तरह से गुजरात नगर निगम द्वारा पानी को बेचने का काम किया जा रहा है आने वाले दिनों में रायपुर में भी हम इस दिशा में विचार करेंगे और इंडस्ट्रीज को पानी बेचने का काम किया जाएगा. आज इस तरह से गोधन योजना के अंतर्गत चीजें संचालित हो रही है आज गोबर और गोमूत्र बहुत बड़ी पहचान बन गई है.
ऐजाज ढेबर की हुई तारीफ: राष्ट्रीयमहापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन जैन ने आयोजन को लेकर रायपुर महापौर एजाज ढेबर की तारीफ की. उन्होंने कहा कि जिस तरह का आयोजन रायपुर में किया गया है. इससे पहले कभी ऐसा आयोजन नहीं हुआ है इस दौरान उन्होंने महापौर और उनकी पत्नी को मंच पर बुलाकर उन्हे ताजमहल का रेप्लिका भेंट किया.