वाराणसी: बाबा विश्वनाथ के नाम पर आने वाले मनीऑर्डर में 1.49 लाख रुपये के फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है. इसे लेकर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर (Shrikashi Vishwanath Temple) के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्रा ने कंप्यूटर सहायक शिवभूषण द्विवेदी के खिलाफ चौक थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. शिवभूषण को मंदिर प्रशासन की ओर से निलंबित कर दिया गया है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
इस मामले में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि बाबा विश्वनाथ के नाम से आने वाले मनीऑर्डर की देख-रेख और जमा करने का काम शिवभूषण द्विवेदी करता था. हाल ही में एक दिन कागजात का निरीक्षण करने पर सामने आया कि शिवभूषण ने बीते वर्षों के मनीऑर्डर का विवरण क्लर्क संजय चतुर्वेदी को नहीं दिया था.
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शिवभूषण ने सिर्फ वर्ष 2022-2023 के मनीऑर्डर का विवरण ही संजय को दिया गया था. अप्रैल 2020 से जून 2022 तक के मनीऑर्डर का मिलान किया गया तो सामने आया कि 2,66,795 रुपये मंदिर के खाते में जमा हुए हैं. मगर, 1,49,506 रुपये का हिसाब नहीं मिला. इस तरह से शिवभूषण द्विवेदी ने 1.49 लाख रुपये का गबन करके श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को आर्थिक क्षति पहुंचाई है.
गबन के इस खेल में दो अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में हैं. गोपनीय तरीके से उनकी भी जांच शुरू करा दी गई है. इसके अलावा मंदिर प्रशासन अब बीते 10 साल में बाबा विश्वनाथ के नाम पर आए मनीऑर्डर से जुड़े कागजात खंगलवाने की तैयारी में जुट गया है. इसके अलावा यह भी देखा जा रहा है कि, बाबा विश्वनाथ के लिए श्रद्धालुओं द्वारा ऑनलाइन-ऑफलाइन माध्यम से भेजे जाने वाले चढ़ावे में और कहां-कहां धोखाधड़ी की गयी है.
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