दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

शहीद दीपक नैनवाल की लेफ्टिनेंट पत्नी ज्योति नैनवाल पहुंचीं घर तो ऐसे हुआ स्वागत

शहीद नायक दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल आज देहरादून के हर्रा वाला स्थित अपने आवास पहुंचीं. इस दौरान ज्योति नैनवाल को बधाई देने वालों का तांता तला रहा. शहीद दीपक के परिजनों के लिए ये वाकई में गौरवान्नित करने वाला पल है.

martyr
martyr

By

Published : Nov 21, 2021, 5:48 PM IST

देहरादून :हर्रा वाला स्थित शहीद दीपक नैनवाल के आवास पर आज लोगों का तांता लगा रहा. दरअसल, शहीद दीपक की पत्नी आज देहरादून अपने आवास पहुंचीं थीं, जिनका स्वागत करने के लिए स्थानीय लोगों ने उनके आवास का रुख किया. शहीद दीपक की पत्नी ज्योति नैनवाल सेना में बतौर अफसर शामिल हुई हैं. ज्योति की इस हिम्मत पर लोगों ने उनके आवास पहुंचकर उनकी सराहना की.

ज्योति नैनवाल आज देशभर की उन महिलाओं के लिए एक उदाहरण बन गई हैं, जो हालातों से हारकर जीवन जीना भूल जाती हैं. ज्योति नैनवाल शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी है. दीपक साल 2018 में जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में 3 गोलियां लगने के बाद घायल हो गए थे, इसके बाद करीब 1 महीने तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ने के बाद 20 मई 2018 को दीपक शहीद हो गए.

देहरादून पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत.

दीपक की शहादत की खबर उनके घर पहुंचते ही मातम पसर गया. हालांकि, इतने बड़े धक्के के बाद भी शहीद की पत्नी ज्योति नैनवाल ने हार नहीं मानी और अपने पति की तरह ही देश सेवा के जज्बे के साथ एक बार फिर तैयारी शुरू कर दी. ज्योति ने अपने चौथे अटेम्प में एसएसबी क्लियर किया और 11 महीने की कठिन ट्रेनिंग के बाद अब सेना में कमीशन पा लिया है.

पढ़ेंःजम्मू-कश्मीर में शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी बनीं सेना में अफसर, बेटे को मां पर गर्व

सेना का हिस्सा बनने के बाद आज ज्योति नैनवाल देहरादून स्थित हर्रा वाला आवास पर पहुंचीं, जहां पर लोगों ने उनका स्वागत किया. इस मौके पर ज्योति ने कहा कि उनका सभी को यह संदेश है कि कभी भी हार ना माने और किसी भी परिस्थिति में आगे बढ़ने की कोशिशें जारी रखें.

ज्योति की इस कामयाबी से उनका पूरा परिवार बेहद खुश है. आपको बता दें कि ज्योति नैनवाल के दो बच्चे हैं, जो अब अपनी मां की इस कामयाबी के बाद सेना में ही देश सेवा करना चाहते हैं. ज्योति की बेटी लावण्या कक्षा 4 में पढ़ती है. बेटी का कहना है कि वह अब सेना में चिकित्सक की भूमिका में भर्ती होना चाहती हैं, क्योंकि जो भी सेना के जवान देश सेवा के दौरान घायल होते हैं. वह उनको उपचार के जरिए ठीक करना चाहती हैं, ताकि कोई भी जवान अपने परिवार से अलग ना हो सके.

इस मौके पर ज्योति के ससुर चक्रधर नैनवाल ने कहा कि यह उनके परिवार ही नहीं, बल्कि देश के लिए गर्व की बात है कि एक बेटी इस तरह से सेना में अफसर बनी हैं. उन्होंने कहा कि उनके परिवार में कोई भी आज तक सेना में अफसर नहीं रहा है, लेकिन उनकी इस बेटी ने पूरे परिवार का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. आपको बता दें कि शहीद दीपक नैनवाल की तीन पीढ़ियां सेना में रही हैं. उनके दादा स्वतंत्रता सेनानी थे उनके पिता सेना से रिटायर हुए और वह खुद भी देश के लिए मर मिटे.

पढ़ें- बेटे की शहादत के बाद बहू ने सेना में संभाली कमान, गर्व से फूला परिवार का सीना

बता दें, शहीद नायक दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल बीते रोज चेन्‍नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से पास आउट हो गई हैं. ज्योति के पास आउट होने के बाद उनके परिवार में खुशी की माहौल है. ज्योति की जिंदादिली और उपलब्धि पर परिजन फूले नहीं समा रहे हैं. हर कोई इस मौके पर शहीद दीपक को याद कर रहा है. ज्योति भी जीवन के इस खास मौके पर परिवार को याद करती दिखीं. पासिंग आउट परेड के दौरान उनके दोनों बच्‍चे भी उनके साथ मौजूद रहे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details