Maratha Reservation Movement: मराठा कार्यकर्ता मंगेश साबले ने वकील गुणरत्न सदावर्ते की कार तोड़ी, वीडियो वायरल
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. छत्रपति संभाजीनगर में इस मराठा आरक्षण आंदोलन से जुड़े मंगेश साबले ने एक वकील की कार को तोड़फोड़ दिया. उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है या नहीं, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है. इस तोड़फोड़ का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. Maratha Reservation Movement, Maratha Reservation, Maratha reservation case in Maharashtra
छत्रपति संभाजीनगर: मुंबई में मराठा आरक्षण आंदोलन से जुड़े मंगेश साबले और उसके दोस्तों ने गुरुवार सुबह वकील गुणरत्न सदावर्ते की कार को तोड़फोड़ दिया. अलग-अलग तरह से आंदोलन करने वाला मंगेश साबले इस घटना के बाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. दो महीने पहले मराठा समाज द्वारा बुलाए गए बंद में उसने अपनी ही कार जलाकर सरकार का विरोध किया था, जबकि उससे पहले उसने सरकारी अधिकारियों पर नोटों का माला पहनाकर विरोध जताया था.
फिलहाल वकील की कार में तोड़फोड़ करने के मामले में मंगेश साबले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है या नहीं, इसके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है. अपने आक्रामक विरोध प्रदर्शनों के चलते मंगेश अपने इलाके में काफी मशहूर है. गुरुवार की घटना के बाद गांववालों का मानना है कि उसके आंदोलन का असर पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा. मंगेश साबले गेवराई पैगा में सरपंच है और उसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है.
शुरुआत में वह विधायक बच्चू कडू के प्रहार संगठन का सक्रिय कार्यकर्ता था. जहां से उसने इस्तीफा दे दिया और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के लिए काम करना शुरू किया, लेकिन कुछ समय बाद ही उसने एनसीपी को भी छोड़ दिया. पिछले एक साल से वह सरपंच पद पर है. मराठा आरक्षण के मुद्दे पर वह एक सक्रिय आंदोलन पर काम कर रहा है. गौरतलब है कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे मनोज जारांगे की भूख हड़ताल के दौरान अंतरवाली सराती में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था.
इसके बाद राज्य में बंद बुलाया गया था. इस दौरान फुलंबरी तालुक में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मंगेश साबले ने अपनी ही कार जला दी थी. उस वक्त कार को जलाते हुए उसका एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ था, जिसकी काफी चर्चा हुई थी. मंगेश एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखता है. वह अपने आक्रामक विरोध प्रदर्शन के लिए जाना जाता है, जिससे उसे सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रियता मिलती है.
इससे पहले फुलंबरी के किसानों को कुओं के लिए सब्सिडी नहीं मिलने के कारण मंगेश ने अधिकारियों के गले में दो लाख रुपये के नोटों की माला डाली थी. उसने आरोप लगाया था कि अधिकारी तहसील कार्यालय में ही पैसे मांग रहे थे. उस समय भी उसका यह वीडियो बहुत वायरल हुआ था. प्रहार संगठन में रहते हुए उसने कभी झील की नाव में बैठकर तो कभी मोबाइल टावर पर चढ़कर आक्रामक विरोध प्रदर्शन किया है. अब वकील गुणरत्न सदावर्ते की कार को तोड़कर वह फिर चर्चा में आ गया है.