दिल्ली:देश में जबसे कोविड़-19 टीकाकरण (covid-19 vaccination) अभियान शुरू हुआ है तबसे ही इसपर सियासत हावी रही हैं. कभी वैक्सीन की कीमत को लेकर तो कभी वैक्सीन की कमी को लेकर सियासी माहौल बनता रहा है. वैसे वैक्सीन की कमी को लेकर जब भी सियासी बवाल मचा है तब किसी राज्य और केंद्र के बीच वार-पलटवार हुआ है. लेकिन इस बार दो राज्यों के मुख्यमंत्री वैक्सीन की कमी को लेकर आमने सामने हैं. वैक्सीन को लेकर इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal) आमने-सामने आ गए हैं. विवाद नसीहतों से होता हुआ, वार-पलटवार तक पहुंच गया है. दोनों तरफ से बयानों के बाण चल रहे हैं, जो कब रुकेंगे पता नहीं. चलिये आपको पूरा माजरा समझाते हैं.
ऐसे हुई विवाद की शुरुआत
दरअसल कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर अरविंद केजरीवाल भी सवाल उठाते रहे हैं और केंद्र सरकार को वैक्सीन की कमी के लिए जिम्मेदार ठहराते रहे हैं. इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अरविंद केजरीवाल को एक नसीहत दे डाली. जिसके बाद ये सिलसिला जुबानी जंग तक पहुंच गया.
क्या थी मनोहर लाल की नसीहत ?
मनोहर लाल ने कहा था कि केजरीवाल में सूझ-बूझ की कमी है. अगर वो लोगों को धीरे-धीरे वैक्सीन लगाते तो वैक्सीन खत्म नहीं होती. दरअसल मनोहर लाल की दलील है कि दिल्ली को दूसरे कई राज्यों से ज्यादा टीके मिल रहे हैं लेकिन वो एक ही बार में ज्यादा से ज्यादा टीके लगाकर अपने वैक्सीनेशन सेंटर बंद कर देते हैं और वैक्सीन की कमी का रोना रोते हैं. मनोहर लाल ने कहा कि हम भी एक दिन में 2 लाख टीके लगाकर अपना स्टॉक खत्म कर सकते हैं. लेकिन अरविंद केजरीवाल के पास ऐसी सूझ-बूझ नही हैं, वो बस ड्रामा और राजनीति करना जानते हैं.