गुमला:जिले के बसिया थाना इलाके के लुंगटु पंडरा टोली गांव निवासी एनोस कंडुलना ने अपनी भाभी पूनम कंडुलना और उसके दो बेटों 11 साल के पवन कंडुलना और 9 साल के अर्पित कंडुलना की हत्या कर दी. हत्या के बाद उसने तीनों शवों को घर से महज 100 मीटर दूर गोबर के गड्ढे में छिपा दिया.
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जानकारी के अनुसार, घटना 29 मार्च दिन बुधवार शाम लगभग 8 बजे की है. पूनम जिसके पति नुवेल कंडुलना की 2017 में ही मौत हो चुकी है वह अपने दोनों बेटों के साथ रहती थी. उनके साथ उसका देवर विश्राम कंडुलना बगल में ही स्थित घर में अलग रहता है. पूनम और उसके परिवार की देखभाल उसका देवर विश्राम कंडुलना ही करता था. इनके घर के पास ही छोटा देवर एनोस कंडुलना अपनी 70 वर्षीय मां बहामनी कंडुलना के साथ रहता है.
बुधवार को विश्राम कंडुलना और उसकी भाभी पूनम कंडुलना साप्ताहिक बाजार से मुर्गा लेकर घर आये. बाजार से लौटने के बाद विश्राम कंडुलना और उसकी मां बहामुनी कंडुलना गांव के ही एक व्यक्ति के घर आयोजित एक प्रार्थना सभा में शामिल होने चले गए, जाने से पहले उन्होंने एनोस को मुर्गा बनाने को कहा था. एनोस और दोनों भतीजे मुर्गा बनाने लगे, इसी बीच एनोस गांव में ही कहीं से शराब पीकर घर गया और इसी बीच उसकी भाभी पूनम वहां पहुंच गई. दोनों में किसी बात को लेकर नोक झोंक होने लगी. बात इतनी बढ़ गई कि एनोस ने पहले भाभी पूनम को पटक कर मार दिया. जिसे देखकर उसके दोनों बेटे उसकी मां को छुड़ाने आये तो दोनों एनोस ने दोनों भतीजे की भी पटककर हत्या कर दी.
यहीं नहीं हत्या के बाद उसने साक्ष्य को छिपाने के लिए घर से 100 मीटर दूर स्थित गोबर के गड्ढे तीनों शव दफन कर दिया. घर को भी गोबर से लीप कर खून के धब्बों को मिटा दिया. इसके अलावा अपने खून लगे कपड़ों को कोयल नदी में फेंक दिया. रात करीब 9 बजे पूनम की सास और देवर विश्राम कंडुलना घर लौटे तो उन्होंने पूनम का दरवाजा बंद देखा. तब उन्हें लगा कि शायद पूनम अपने दोनों बच्चों को लेकर कहीं गई होगी.
लेकिन जब शुक्रवार भी पूनम घर में नहीं दिखी तो उन्होंने इसकी सूचना उसके मायके वालों को दी. सूचना मिलने पर शनिवार सुबह पूनम के मायके वाले वहां पहुंचे और पूनम के बारे में पूछताछ करने लगे. इसी दौरान विश्राम कंडुलना को दुर्गंध आई तो गोबर के गड्ढे में को देखने लगा. जिसे देख एनोस को डर गया और वहां से फरार हो गया. इस बात की भनक लोगों को लग गई कि उसने पूनम के साथ कुछ गड़बड़ किया है और भाग रहा है. इसी बीच ग्रामीणों ने उसका पीछा किया और पास के ही गांव कुटमा में उसे पकड़ लिया.
ग्रामीणों ने जब सख्ती से पूनम के बारे में पूछा तो एनोस टूट गया और उसने पूरी सच्चाई बता दी. उसने ग्रामीणों के सामने हत्या की बात स्वीकार कर ली. जिसके बाद ग्रामीणों ने घटना की जानकारी बसिया थाने को दी. मामले की जानकारी मिलते ही अंचल अधिकारी रवींद्र पांडेय, बसिया थानेदार छोटू उरांव, एसआई प्रदीप रजक, अजय रजक, एसआई विनोद टोप्पो पुलिस बल के साथ लुंगटु पंडराटोली गांव पहुंच गए. इसके बाद उन्होंने शव को निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया. वहीं एनोस कंडुलना को गिरफ्तार कर मामले की छानबीन में जुट गए. इस संबंध में थाना प्रभारी छोटू उरांव ने कहा हत्यारा पकड़ा गया है पूछताछ के बाद घटना कारणों का खुलासा होगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला संपत्ति विवाद और LIC से मिले पैसे के बंटवारे को लेकर हत्या जैसा है. हालांकि पूरी जांच के बाद ही सब कुछ सामने आ पाएगा.