दावणगेरे: जिले के चन्नागिरी तालुक के एन बसवनहल्ली गांव में भैंस के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. मृतक के रूप में एन बसवनहल्ली गांव निवासी नीरगंती जयन्ना (48) की पहचान की गई है. नीरगंती जयन्ना के पास भी कुछ भैंसें थीं. लिंगदहल्ली के ग्रामीणों ने भगवान उदुसलंबा देवी मंदिर के लिए एक भैंस छोड़ी थी. लिंगादहल्ली से पड़ोसी बसवनहल्ली की ओर आ रही भैंस यहां की भैंसों से लड़ती थी. भैंसो से लड़ने के कारण जयन्ना ने कई बार इस भैंस को दौड़ाया था, इससे पहले यह भैंसा जयन्ना पर तीन-चार बार हमला कर चुका था. लेकिन रविवार की शाम जयन्ना पर भैंसे ने हमला कर उसकी हत्या कर दी. एन बसवनहल्ली के ग्रामीणों ने मौत का न्याय पाने के लिए भैंस बांधकर और शव को रखकर विरोध किया. पुलिस ने कहा कि मृतक जयन्ना के बेटे द्वारा शिकायत दर्ज कराने और भैंस को हिरासत में लेने के बाद चन्नागिरी पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
आरोप है कि सात-आठ लोगों पर पहले भी भैंसा हमला कर चुका है और लिंगदहल्ली ग्राम पंचायत के पीडीओ मलिक ने मंदिर समिति के संज्ञान में यह बात लाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसकी शिकायत एन बसवनहल्ली के ग्रामीणों ने थाने में की. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जयन्ना भैंस के हमले का शिकार हुआ क्योंकि अधिकारियों और लिंगदहल्ली के ग्रामीणों ने कार्रवाई नहीं की. ग्रामीण लंकेश ने कहा कि ''तीन साल से भैंस की समस्या है. वृक्षारोपण को नष्ट करना, और लोगों पर हमला करना. यह कोना लिंगदहल्ली की उडुसलम्भा देवी के लिए छोड़ा गया है. हमले को मंदिर समिति के संज्ञान में लाया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. कल शाम जयन्ना जब अपनी भैंसों को खेत से घर ले जा रहा था, तभी इस भैंसे ने हमला कर उसे मार डाला. जब हम शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन गए, तो उन्होंने कहा कि जानवरों के हमले के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कोई कानून नहीं है.