कोलकाता:फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर को लेकर विवाद जारी है. इस बीच पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने टीएमसी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल (TMC Twitter Handle) को अनफॉलो कर दिया है. दरअसल, टीएमसी सांसद (TMC MP) महुआ मोइत्रा ने फिल्म के पोस्टर को लेकर विवाद के बीच मां काली (Goddess Kaali) पर बयान दिया था, जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने मोइत्रा के बयान से दूरी बना ली थी. हालांकि, महुआ मोइत्रा अभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ट्विटर पर फॉलो कर रही हैं. फिल्म के पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था. इसके साथ ही उनके एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा फ्लैग भी दिख रहा है.
महुआ मोइत्रा के खिलाफ केस दर्ज
महुआ मोइत्रा की इस टिप्पणी पर विवाद हो गया है. देवी काली पर कथित विवादास्पद बयान को लेकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में महुआ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि भोपाल में अपराध शाखा ने भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बयान में कहा कि महुआ मोइत्रा के बयान से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. हम किसी भी कीमत पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की देवी काली पर विवादास्पद टिप्प्णी से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं कथित तौर पर आहत होने को लेकर भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने बुधवार को उनकी गिरफ्तारी की मांग की. भाजपा ने मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मोइत्रा के खिलाफ 10 दिनों में कार्रवाई नहीं की गई तो वह अदालत का रुख करेगी. पार्टी की महिला प्रकोष्ठ ने भी शहर के बहूजार पुलिस थाने में एक अर्जी दी है.
महुआ का पलटवार
वहीं, अपने खिलाफ केस दर्ज किए जाने के बाद एमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भाजपा पर निशाना साधा. मोइत्रा ने कहा कि वह 'देवी काली की उपासक' हैं और भाजपा के 'गुंडों' से नहीं डरतीं. उन्होंने कहा कि सत्य को सहारे की जरूरत नहीं होती. मोइत्रा ने ट्वीट किया, 'जय मां काली. बंगाली जिनकी पूजा करते हैं वह साहस की देवी हैं.' उन्होंने कहा, 'मैं काली की उपासक हूं. मैं किसी चीज से भयभीत नहीं हूं. ना ही आपके अज्ञान से, ना ही आपके गुंडों से, ना ही आपकी पुलिस से और खासतौर से आपके ‘ट्रोल्स’ से तो बिल्कुल भयभीत नहीं हूं. सत्य को सहारे की जरूरत नहीं होती.'
इधर, भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, सनातन हिंदू धर्म के नियमों के अनुसार, देवी काली की पूजा एक ऐसी देवी के रूप में कभी नहीं की जाती जो मदिरापान करती हों और मांस भक्षण करती हों. हिंदू सदियों से देवी काली को बुराई के खिलाफ शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजते रहे हैं. उनकी (मोइत्रा की) टिप्पणियों से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. हम देवी काली पर की गई टिप्पणी के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करते हैं.