मुंबई/नई दिल्ली/गुवाहाटी : महाराष्ट्र मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. कोर्ट में 11 जुलाई को अगली सुनवाई होनी है. फिलहाल, बागी गुट को कोर्ट ने राहत प्रदान कर दी है. इस बीच आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर से बागी विधायकों पर निशाना साथा है. उधर बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने कोर्ट के फैसले को बाला साहेब ठाकरे के हिंदुत्व की जीत बताया है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर से बागी विधायकों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जो विधायक बाहर गए हैं, वे बागी नहीं, भगोड़े हैं. उन्होंने कहा कि वे पहले मुंबई आएं और मेरी आंखों में आंखें डालकर कहें कि हमने क्या गलत किया है.
आदित्य ने इन विधायकों को 'विश्वासघाती' करार दिया. उन्होंने कहा कि जो 'विश्वासघात' करते हैं वे कभी नहीं जीतते. हमें विश्वास है और हमें बहुत प्यार मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा, 'प्राण जाए पर वचन न जाए, जो लोग दगाबाजी करते हैं, जो भागकर जाते हैं, वह कभी नहीं जीतते हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि पूरा मामला राजनीति नहीं, बल्कि सर्कस बन गया है.
बागी मंत्री के समर्थकों और शिवसेना कार्यकर्ताओं की बीच झड़प टली - महाराष्ट्र के असंतुष्ट मंत्री राजेंद्र पाटिल-यड्रावकर और शिवसेना के कुछ कार्यकर्ता सोमवार को कोल्हापुर जिले में एक दूसरे के आमने-सामने आ गए. हालांकि पुलिस ने दोनों समूहों को एक दूसरे से अलग रखने की कोशिश की ताकि किसी तरह की झड़प नहीं हो. कोल्हापुर के शिरोल से निर्दलीय विधायक यड्रावकर के समर्थक जयसिंहपुर कस्बे में उनका समर्थन करने के लिए आए थे. शिवसेना कार्यकर्ताओं के एक समूह ने भी उस स्थान के पास विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की.
शिवसेना के समर्थकों ने निर्दलीय विधायक विनोद अग्रवाल के ऑफिस पर तोड़फोड़ की.