उदयपुर.वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 483वीं जयंती आज सोमवार को बड़े धूमधाम के साथ देशभर में मनाई जा रही है. मेवाड़ में भी महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में महाराणा प्रताप के वंशज डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने महाराणा प्रताप की जयंती पर ज्येष्ठ शुल्क तृतीया सोमवार को महाराणा प्रताप स्मारक समिति मोती मगरी पर प्रतापी प्रताप की प्रतिमा की विशेष पूजा-अर्चना की. समिति अध्यक्ष डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने वेद-शास्त्र मर्मज्ञ पंडितों के दल के साथ वेद मंत्रों से महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ (चेतकारूड़) प्रतिमा का विधिवत पूजन और हवन कर पूर्णाहुति दी.
लड्डू का लगा विशेष भोग : महाराणाप्रताप की प्रतिमा को 483 किग्रा लड्डू का भोग लगाया. इस अवसर पर डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि महाराणा प्रताप जन-जन के आदर्श हैं. महाराणा प्रताप का ओजस्वी जीवन आदर्श जीवन मूल्यों और नैतिक कर्तव्यों की जीवंत पाठशाला रहा है और आगे भी युगों-युगों तक रहेगा. भारत युवाओं का देश है. हमारी युवा पीढ़ी को महाराणा प्रताप के आदर्श जीवन मूल्यों और नैतिक कर्तव्यों को आत्मसात करना होगा. बता दें कि प्रतापी प्रताप के आदर्श जीवन मूल्य और नैतिक कर्तव्य ही आदर्श युवा का निर्माण करते हैं. जब आदर्श युवा मातृभूमि का नेतृत्व करते हैं. तो निश्चिततौर पर उस धरा, उस देश के निवासियों को थाथी प्राप्त होती है. उस धरा (धरती) के गणमान्य नागरिक खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं.