आजमगढ़:बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी के मामले में आजमगढ़ दीवानी न्यायालय की एमपी एमएलए कोर्ट मे पुलिस विवेचना के दौरान बना गवाह ही अपने गवाही से मुकर गया. गवाही से मुकरने के बाद कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 17 मई को निर्धारित कर दी.
सहायक शासकीय अधिवक्ता गोपाल पांडे के अनुसार वर्ष 2014 में तरवां में एक मजदूर की हत्या के मामले में मुख्तार अंसारी सहित 11 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. इसमें बाद में गैंगस्टर का भी मुकदमा दर्ज हुआ. मामले की सुनवाई आजमगढ़ की एमपी एमएलए कोर्ट में चल रही है. इस मामले में शामिल आरोपियों पर लगातार आजमगढ़ जिले के पुलिस द्वारा प्रभावी कार्यवाही की जा रही है. सहायक शासकीय अधिवक्ता ने यह भी बताया कि इस मामले में कुल 18 गवाह हैं, आज जो गवाह दुर्गा प्रताप सिंह मुकर गया वह छठवां गवाह था. अभी 12 गवाह और हैं जिनकी गवाही अदालत में होनी है.
आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र के एरा कला में सड़क निर्माण के दौरान गोलीबारी हुई थी. जिसमें मुख्तार अंसारी सहित 11 आरोपी हैं. इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को आजमगढ़ दीवानी न्यायालय की एमपी, एमएलए कोर्ट में हुई. मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद है. वहां से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार अंसारी की पेशी हुई. इसी दौरान पुलिस द्वारा बनाया गया गवाह दुर्गा प्रताप सिंह कोर्ट में उपस्थित होकर अपनी गवाही से मुकर गया.
जबकि पुलिस ने विवेचना के दौरान इस गवाह के बयान के आधार पर मुख्तार अंसारी पर मजदूर हत्या की साजिश का आरोप लगाया था. उसने बयान दिया था कि इस हत्या की साजिश में मुख्तार अंसारी शामिल है. आज कोर्ट में उपस्थित गवाह दुर्गा प्रताप सिंह ने कहा कि उसने पुलिस को इस तरह का कोई बयान नहीं दिया था ना ही वह घटना से जुड़े किसी लोगों को जानता है. एमपी एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश ने अगली सुनवाई की तारीख 17 मई मुकर्रर की है.
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