भोपाल :मध्यप्रदेश सरकार ने कोविड-19 महामारी के बावजूद वर्ष 2019-20 की तुलना में वर्ष 2020-21 में शराब बिक्री से 26.14 प्रतिशत तथा पेट्रोल की बिक्री से 22.39 प्रतिशत अधिक राजस्व एकत्र किया. कांग्रेस विधायक मेवाराम जाट के प्रश्न के प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने मंगलवार को विधानसभा में यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 के दौरान शराब पर वैट (मूल्य वर्धित कर) के तौर पर राजस्व संग्रह इससे पिछले वर्ष (2019-20) की तुलना में 26.14 फीसद बढ़कर 1183.58 करोड़ रुपये रहा.वर्ष 2019-20 में 938.28 करोड़ रुपये जबकि 2018-1 में 632.27 करोड़ रुपये शराब पर लगे वैट से एकत्र हुआ था.
देवड़ा ने बताया कि पेट्रोल पर बिक्री से वैट के रूप में राजस्व संग्रह 2019-20 में जहां 4263.42 करोड़ रुपये था. वहीं 2020-21 में यह 22.39 प्रतिशत बढ़कर 5217.79 करोड़ रुपये हो गया जबकि वर्ष 2018-19 में पेट्रोल पर लगे वैट से 3779.06 करोड़ रुपये सरकार को राजस्व के तौर पर मिले थे.
मंत्री के जवाब के मुताबिक प्रदेश सरकार ने 2020-21 में डीजल पर लगे वैट के माध्यम से 6690 करोड़ रुपये एकत्र किए जो कि 2019-20 में एकत्र किए गए 5773.65 करोड़ रुपये से 15.88 प्रतिशत अधिक है. वहीं वर्ष 2018-19 में डीजल बिक्री से 5256.89 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था.
सदन को बताया गया कि प्रदेश सरकार पेट्रोल पर 33 प्रतिशत वैट, 4.5 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त कर और टर्न ओवर पर एक प्रतिशत उपकर वसूल रही है.
इसी तरह राज्य सरकार डीजल पर 23 प्रतिशत वैट, तीन रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त कर और टर्न ओवर पर एक प्रतिशत उपकर वसूल रही है.