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बंगाल की खाड़ी पर दबाव का क्षेत्र बना, उत्तरी तमिलनाडु में भारी बारिश की संभावना - Low pressure area

चेन्नई और उसके पड़ोसी जिलों में बारिश होने के साथ ही बंगाल की खाड़ी पर दबाव का क्षेत्र बन गया है. इसकी जानकारी मौसम विज्ञान विभाग ने दी.

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Published : Nov 18, 2021, 3:48 PM IST

Updated : Nov 18, 2021, 10:37 PM IST

चेन्नई : तमिलनाडु में एक अक्टूबर से शुरू हुए मौजूदा उत्तर-पूर्व मानसून के दौरान अब तक सामान्य से 61 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है. वहीं, उत्तरी तमिलनाडु के जिलों समेत राज्य के कई भागों में बारिश जारी रही. राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

तमिलनाडु ने अक्टूबर से जारी बारिश के बीच विभिन्न कार्यों के लिए केंद्र से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से कुल 2629.29 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान करने का आग्रह किया है.

इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि चेन्नई और उसके पड़ोसी जिलों में बारिश होने के साथ ही बंगाल की खाड़ी पर दबाव का क्षेत्र बन गया है और वह 19 नवंबर तक तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के बीच तट को पार करेगा.

आईएमडी ने ट्वीट किया कि यहां से 250 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर दबाव का क्षेत्र बन गया है.

उसने कहा, यह पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ सकता है और 19 नवंबर की सुबह तक उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों को पार करेगा.

मौसम कार्यालय ने शुक्रवार को तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराइकल और तटीय आंध्र प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश जबकि कर्नाटक और रायलसीमा के दूर-दराज क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जतायी है.

इसके अलावा, अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम और उससे सटी पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है जोकि बाद में धीरे-धीरे मंद होंगी.

इस बीच, शहर और उसके पड़ोसी जिलों कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपेट में रात भर बारिश होने के कारण प्राधिकारियों को स्कूलों के लिए अवकाश घोषित करना पड़ा.

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि तमिलनाडु में एक अक्टूबर से 18 नवंबर तक 480.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जोकि सामान्य से 61 फीसदी अधिक है.

पढ़ें :-तमिलनाडु : चेन्नई में भारी बारिश और बाढ़, 14 की मौत

राहत एवं बचाव जरूरतों के मद्देनजर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीम चेन्नई, चेंगलपेट, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर में डेरा डाले हुई हैं.

शहर के नगर निकाय अधिकारियों ने कहा कि उनका श्रमबल और उपकरण तैयार हैं ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत एवं बचाव गतिविधियां चलायी जा सकें. चेन्नई में करीब एक पखवाड़े पहले मूसलाधार बारिश के बाद भयंकर बाढ़ आयी थी और कई इलाके जलमग्न हो गए थे.

तिरुनेलवेली तथा पुडुकोट्टई जैसे अन्य जिलों में भारी बारिश से जलभराव हो गया और कुछ इलाके जलमग्न हो गए. पड़ोसी पुडुचेरी में पिछली रात से मूसलाधार बारिश के कारण बृहस्पतिवार को जनजीवन बाधित है. पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने जलभराव का सामना कर रहे इलाकों का दौरा किया और लोगों की दिक्कतों को कम करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी.

Last Updated : Nov 18, 2021, 10:37 PM IST

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